Generations of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढ़ियां: आज हम जाने वाले हैं कंप्यूटर की पीढ़ी के बारे में यानि कंप्यूटर जेनरेशंस के बारे में। कंप्यूटर जेनरेशंस में जो आप वर्तमान स्वरूप आज कंप्यूटर का देख रहे हैं वह इस तरह का नहीं होता था। शुरुआती कंप्यूटर बहुत बड़े होते थे, और कमरे के आकार के होते थे।
धीरे-धीरे क्रमिक विकास के दौरान इन कंप्यूटरों में कुछ बदलाव हुए और आज जो आप अपने घर में कंप्यूटर को देख रहे हैं उस तरह का हुआ। धीरे धीरे हुए इन कंप्यूटर बदलाव को हम कंप्यूटर जनरेशन के रूप में जानते हैं।
Generations of Computer in Hindi- (कंप्यूटर की पीढ़ियां)
अभी तक 5 जनरेशन के कंप्यूटर हमारे बीच में आ चुके हैं। तो अब जान लेते हैं कि प्रारंभिक कंप्यूटर से वर्तमान कंप्यूटर के बीच में कौन-कौन से बदलाव हुए और कौन-कौन सी पीढ़ियां हैं।
कंप्यूटर की जनरेशन कितनी है?
कंप्यूटर में कितने जनरेशन होते हैं? कंप्यूटर की पांच पीढ़ियां हैं। कंप्यूटर की प्रत्येक पीढ़ी को एक नए सेकंड और तार्किक विकास के आधार पर डिज़ाइन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर, सस्ते और छोटे कंप्यूटर होते हैं जो अधिक, शक्तिशाली, तेजी से उनके डेसर्स को प्रभावित करते हैं।
First Generations of Computer – कंप्यूटर की पहली पीढ़ी
तो सबसे पहले बात करते हैं प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर की 1942 से लेकर 1955 के बीच में प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर का विकास हुआ। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में वेक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था जिसकी वजह से इसका आकार बहुत बड़ा होता था।
यह कंप्यूटर बिजली की खपत भी बहुत ज्यादा करते थे और क्योंकि, इसमें जो ट्यूब होती थी वह बहुत ज्यादा गर्मी पैदा करती थी इसीलिए यहां पर A.C का इस्तेमाल बहुत जरूरी होता था। इस कंप्यूटर की सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर जो आप विंडोज इस्तमाल करते है आज के दौर में बड़े धड़ल्ले से यहां पर वह विंडोज या ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होता था।
इसे चलाने के लिए जो प्रोग्राम बनाए जाते थे वह कंप्यूटर पंच कार्ड में स्टोर करके रखे जाते थे। इसीलिए इसमें डाटा स्टोर करने की क्षमता थी बहुत कम होती थी साथ में यह जो कंप्यूटर थे बहुत स्लो चला करते थे। इन कंप्यूटर्स में मशीनी भाषा का इस्तेमाल किया जाता था यानी यह कंप्यूटर सिर्फ मशीन लैंग्वेज को समझा कर देते करते थे।
Second Generations of Computer – कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी
अब बात करते है की दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर की,की इन कम्प्यूटर्स में क्या-क्या बदलाव हुए। इन कंप्यूटर का विकास हुआ था 1956 से 1963 के बीच और यह कंप्यूटर देखने में कुछ इस तरह के हुआ करते थे।
आकार की अगर में बात करू तो, प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर से इनका आकार थोड़ा छोटा हो गया था क्योंकि यहां पर वेक्यूम ट्यूब की जगह पर ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल किया जाने लगा था।
ट्रांजिस्टर वेक्यूम ट्यूब से काफी बेहतर हुआ करता था। इन कंप्यूटर में मशीनी भाषा के स्थान पर असेंबली लैंग्वेज का इस्तेमाल हुआ था और डाटा स्टोर करने के लिए अभी भी यहां पर पंच कार्ड को यूज किया जाता था।
हालांकि आकार के हिसाब से और बिजली की खपत के हिसाब से यह कंप्यूटर पहली पीढ़ी के कंप्यूटर से कहीं अधिक बेहतर हो चुके थे। अब बात करते हैं तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के बारे में।
Third Generations of Computer – कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी
इनका विकास 1964 से 1971 के बीच में हुआ था और यह कंप्यूटर देखने में आज के वर्तमान कंप्यूटर के जैसे ही होते थे। हालांकि आप देख रहे हैं यहां पर मॉनिटर और कीबोर्ड का इस्तेमाल तो किया जा रहा है। लेकिन, माउस अभी भी यहां पर नहीं है। ट्रांजिस्टर की जगह पर इन कंप्यूटर्स में इंटीग्रेटेड सर्किट का इस्तेमाल होने लगा था।
आकार बहुत छोटा हो गया था और गति भी पहले से बढ़ गई थी। पहले कंप्यूटर की जो गति होती थी वह माइक्रोसेकंड में नापी जाती थी। लेकिन इनकी गति जो बढ़कर माइक्रोसेकंड से नैनो सेकंड तक पहुंच गई थी यानी उससे ज्यादा तेजी से कैलकुलेशन करने लग गए थे।
कीबोर्ड की सहायता से इस कंप्यूटर को चलाया जाता था। तो यह कंप्यूटर पहले से बहुत ज्यादा बेहतर थे चलाने में आसान थे।
इस पीढ़ी के कंप्यूटर को छोटा और सस्ता बनाया गया था साथ ही में उपयोग में भी बहुत आसान थे। इस पीढ़ी में जो प्रोग्राम थे जिन प्रोग्राम का स्तमाल किया जाता था वह थी आपकी हाई लेवल लैंग्वेज यानी उच्च स्तरीय भाषा जिसमें Pascal और बेसिक का विकास हुआ था। तू पहले से बहुत ज्यादा बेहतर थे अब बात करते हैं चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के बारे में।
Fourth Generations of Computer – कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी
इनका जो विकास है 1971 से लेकर अभी तक चल रहा है और यह देखने में हमारे वर्तमान कंप्यूटर के जैसा ही है।
हालांकि जो इमेज यहां पर आप देख रहे हैं वह 1971 में विकास हुए कंप्यूटर की है जिसमें मॉनिटर, कीबोर्ड और माउस दिए गए हैं।
इस कंप्यूटर में इंट्रीगेटेड सर्किट के स्थान पर आपका लोकप्रिय जो अभी वर्तमान में अब इस्तेमाल करते हैं माइक्रो प्रोसेसर CPU आ चुका था। इन कंप्यूटर छोटा होने के साथ-साथ जो इनकी स्पीड थी वह बहुत बढ़ गई थी कैलकुलेशन करने की साथ में यहां पर हाई स्पीड वाले नेटवर्क जिससे आप LAN और WAN के नाम से जानते हैं उसका भी विकास हुआ था।
यहां पर पहली बार ऑपरेटिंग सिस्टम में MS-DOS का विकास हुआ और धीरे-धीरे करके जो MS-DOS थी उसका विकास माइक्रोसॉफ्ट के विंडो के रूप में हो गया था।
ज्यादातर कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर विंडोज आने लग गया था इसी वजह से यहां पर मल्टीमीडिया का विकास भी हुआ और जो प्रोग्रामिंग भाषा थी वह C-लैंग्वेज हो गई।
धीरे-धीरे करके यह जो कंप्यूटर थे आज के वर्तमान कंप्यूटर के रूप में बदलने लगे इसमें ढेर सारी चीजें आने लग गई थी। इसमें आप म्यूजिक भी सुनते हैं, आप इंटरनेट भी चलाते हैं, और आप ढेर सारे काम करते हैं।
ग्राफिकल यूजर इंटरफेस आने के बाद से तो बहुत सारी चेंज हो गए तो धीरे-धीरे करके यह जो कंप्यूटर थे उन्होंने हमारे अपने घरों में, ऑफिसों में, कार्यालय में, स्कूल में, अपनी जगह बना ली और इनकी जो पहुंचती वह हर आम आदमी के घरों तक हो गई। धीरे-धीरे विकास की पीढ़ी आगे बढ़ने लगी है और अब आने लगे है पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर।
Fifth Generations of Computer – कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी
इन कंप्यूटर का विकास अभी जारी है और यहां पर अब इस्तेमाल होने लगा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI.
जिसमें आप आम तौर पर देखते होंगे आपके मोबाइल फोन में गूगल असिस्टेंट है, एलेक्सा है, या करनेटा है, और यह धीरे-धीरे करके अपने आप को डेवलप कर रहे हैं कंप्यूटरों में सोचने और समझने की शक्ति डाली जा रही है।
और इनका विकास धीरे-धीरे हो रहा है इन्हें भविष्य के कंप्यूटर भी कहा जाता है इन कंप्यूटर में क्वांटम कॉन्फिगरेशन और नैनोटेक्नोलॉजी भी भविष्य में आ सकती है।
2022 में कंप्यूटर की जनरेशन कितनी है?
पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर (2010 से वर्तमान और परे)
कंप्यूटर की 5 पीढ़ियां कौन कौन सी है?
कंप्यूटर के मुख्य पाँच पीढ़ियां निम्नलिखित हैं:
पहली पीढ़ी 1946-1959. वैक्यूम ट्यूब आधारित
दूसरी पीढ़ी 1959-1965. ट्रांजिस्टर आधारित
तीसरी पीढ़ी 1965-1971. एकीकृत/इंटीग्रेटेड सर्किट आधारित
चौथी पीढ़ी 1971-1980. वीएलएसआई (VLSI) माइक्रोप्रोसेसर आधारित
पांचवीं पीढ़ी 1980 के बाद युएलएसआई (ULSI) माइक्रोप्रोसेसर आधारित
लेटेस्ट कंप्यूटर जनरेशन कौन सी है?
पांचवीं पीढ़ी (2010 से वर्तमान तक)
पहली पीढ़ी का कंप्यूटर कौन सा है?
पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों का मुख्य घटक वैक्यूम ट्यूब था। पहली पीढ़ी की अवधि 1946 से 1959 के बीच थी। इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में मेमोरी के मुख्य घटक के रूप में वैक्यूम ट्यूबों का उपयोग किया गया था।
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