400+ ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी Khubsurti ki Tareef in Hindi

ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी Khubsurti ki Tareef in Hindi :-

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी Khubsurti ki Tareef in Hindi

उनको देख आइना भी सरमा जाये
है इतनी खूबसूरत कि
चाँद भी फिका पड़ जाये

उनको देख आइना भी सरमा जाये
है इतनी खूबसूरत कि
चाँद भी फिका पड़ जाये

गुजरती है जब वो करीब से
तो नक़ाब चेहरे से हटा देती है
जाने क्यूं वो रोज मेरे
दिल की धड़कन बढ़ा देती है

सोचता हूँ तेरी खुबसूरती पर कुछ लिखूं
पर रुक जाता हूँ इस डर से
कहीं पढ़ने वाला तेरा दिवाना ना हो जाए

ये आइना क्या देंगे तुझे तेरी
खुबसूरती की खबर
मेरी आंखों से पूछ
तू कितनी खूबसूरत है

ये आइना क्या देंगे तुझे तेरी
खुबसूरती की खबर
मेरी आंखों से पूछ
तू कितनी खूबसूरत है

ये आइना क्या देंगे तुझे तेरी
खुबसूरती की खबर
मेरी आंखों से पूछ
तू कितनी खूबसूरत है

तेरे बदन की खुशबू
इस तरह से समा गई है मेरे में
कि अब एक साँस भी लूँ

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

तुझे सीने से लगने की चाहत है
तेरी बाहों में लिपट जाने की चाहत है
खुबसूरती का इम्तेहान है तू
तुझे ज़िन्दगी में बसाने की चाहत है

तेरे नैनों की झील ने
हमें डुबा दिया
हम नहीं चाहते थे
पर तूने हमें आशिक बना दिया

जबसे तुम्हे देखा है
दिल बेकाबू है हमारा
अब हम तुम्हारे इशारों पर ही नचाते है
हम पर जाने क्या जादू है तुम्हारा

वैसे तो पहले कुछ ख़ास नहीं थे हम
पर जबसे तुम मिले हो
हर लोगो की जुबा की
बात है हम

सुन के तारीफ मेरे महबूब की
चाँद को भी जलन होती है

हम उनके हुस्न के जाल में ऐसे फँसे है
कि अभी कशिश करते है निकलने की
उनकी नशीली आँखों से
जब तक वो जुल्फें बिखरा देते है

कोशिश करू कितना भी नजरे चुराने की
वो ख्वाब में आ जाते है
और वो मरते है हम पर इस क़दर
कि हमसे मिलाने बरसात में भी आ जाते है

उसने होठो से छू कर
दरिया का पानी गुलाबी कर दिया
हमारी तो बात तो और थी उसने
मछलियों को भी शराबी बना दिया

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

कातिल आपकी अदाओ ने लुटा है
मुझे आपकी वफाओ ने लुटा है
शौक नहीं था हमें आशिक़ी का
मुझे तो अपकी निगाहों ने लुटा है

आँखों से ही घायल कर देती हो
ये हुनर तुमने कहा से सिखा है
हम भी चाहते थे बचना पर बच ना सके
तेरी निगाहों ने हमें भी लूटा है

लोग कहते है की तू
चाँद का टुकडा है
पर मैं कहता हूँ
चाँद तुमसे टुटा एक टुकड़ा है

सोचता हूँ मैं अब नशा
करना छोड़ दूंगा
पर ये आंखें तेरी
हमें नशीली कर देती है

कभी कभी सोचता हूँ
तुमसे रूठने का बहाना करू
पर रोक लेता हूँ दिल को ये सोच के
कहा गुजारा करेंगे तुमसे रूठ कर

देख तुम्हे एहसास हुआ
की खूबसूरती क्या होती है
मरने वाले भी जीना चाहे
देख कर आपको

आप इतनी खुबसूरत हो
चाँद भी सरमा जाये
मिलने आपसे वो खुद
जमीन पर आ जाये

यूँ न निकला करों आज कल रात को,
चाँद छुप जाएगा देख कर आप को.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

तारीफ करूँ क्या तेरी,
कुछ अल्फ़ाज ही ना मिले,
जब से देखा है तुझको
दिल में अरमान है जगे.

दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे.

जब मैंने चाँद को अपनी चाँद दिखाया,
रात में निकला पर हुस्न पर नहीं इतराया.

उसने महबूब की तारीफ कुछ इस कदर की,
रात भर आसमान में चाँद भी दिखाई न दी.

निगाह उठे तो सुबह हो,
झुके तो शाम हो जाएँ,
एक बार मुस्कुरा भर दो
तो कत्ले-आम हो जाएँ.

मेरे दिल के धड़कनों की वो जरूरत सी है,
तितलियों सी नाजुक, परियों जैसी खूबसूरत सी है.

जब वो सँवर कर मेरे सामने आयें,
वो करोड़ो में सँवरी
और चिल्लर में हम तारीफ़ कर पायें.

ख्वाहिश नहीं तारीफ़ की किसी यार से,
मुझे तो इश्क़ हो गया, आज अपने श्रृंगार से.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

तारीफों से जी भरा सा है,
इक वो नहीं तो सब अधूरा सा है.

उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा

ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है
उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है

न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से
मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है

अजब तेरी है ऐ महबूब सूरत
नज़र से गिर गए सब ख़ूबसूरत

तेरे हुस्न को किसी परदे की जरूरत ही क्या है,
कौन रहता है होश में… तुझे देखने के बाद.

ये बेपनाह हुस्न यूँ सादगी से शरमायें,
चिराग बुझा दो कही आन न लग जायें.

क्या हुस्न था… कि आँखों से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी.

इश्क़ को जब हुस्न से नजरें मिलाना आ गया,
खुद-ब-खुद घबरा के कदमों में जमाना आ गया.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

हसीं तो और हैं लेकिन कोई कहाँ तुझ सा
जो दिल जलाए बहुत फिर भी दिलरुबा ही लगे

हुस्न के समझने को उम्र चाहिए जानाँ
दो घड़ी की चाहत में लड़कियाँ नहीं खुलतीं

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है

हुस्न वालो को क्या जरूरत है संवरने की,
वो तो सादगी में भी कयामत से अदा रखते है.

मासूमियत से भरा खूबसूरत चेहरा है,
उस पर काले तिल का पहरा है.

मेरी निगाहें बार-बार आकर रुक जाती है,
उसके हुस्न-ए-दीदार से ना जाने क्यों ये थम जाती है.

ये जो निगाहों से हमारे दिल को हलाल करते हो,
करते तो वैसे जुर्म हो लेकिन कमाल करते हो.

देख कर तुमको यकीं होता है,
कोई इतना भी हसीं होता है,
देख पाते है कहाँ हम तुमको
दिल कहीं होश कहीं होता है.

अपना इक-इक वादा इस तरह निभाना है,
तुम को मेरे आँगन में चाँद बन के आना है,
इस कदर हसीं है तू खुद खबर नहीं तुझको
तेरे हुस्न के आगे चाँद भी पुराना है.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

वो घर से बन संवर कर, जब कभी निकलते है
उनसे रौशनी लेकर सौ चिराग जलते है

तेरी जिन्दगी भी जानेमन कितनी बेमिसाल है,
सारी दुनिया है मरती, तेरे हुस्न का कमाल है.

तुझ को देखा तो फिर उस को देखा ना गया,
चाँद कहता ही रहा मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ.

काटे नहीं कटते लम्हें इन्तजार के,
नजरें बिछाएं बैठे है रास्ते पे यार के,
दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के,
लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के.

मेरे दर्द को ही आह का हक है,
जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक है,
मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने
मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक है.

मुझको मालूम नहीं हुस्न की तारीफ़,
मेरी नजरों में हसीन वो है जो तुम-सा है.

चाँद की चमक भी फीकी लगती हैं,
तू परियों से ज्यादा खूबसूरत दिखती है.

बड़ी फुर्सत से बनाया है तेरे खुदा ने तुझे,
वरना सूरत तेरी इस कदर ना चाँद से मिलती.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

सुना है लोग उसे आँख भर कर देखते है,
तो उसके शहर में कुछ दिन ठहर कर देखते है.

हुस्न वाले जब तोड़ते है दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम.

क़ातिल है निगाहें उनकी,
उफ़्फ़ ऊपर से ये अदायें,
हमे डर है कि उनके आशिक,
कहीं आपस में लड़ कर मर न जायें.

उसके हुस्न की तारीफ़ में क्या कहिये,
कोई शहजादी जमीन पर उतर आई है,
ऐ बनाने वाले लगता है जैसे,
कोई संगमरमर की मूरत तूने बनाई है.

इक अदा आपकी दिल चुराने की,
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद जैसा और
इक ज़िद हमारी उस चाँद को पाने की.

हुस्न के वादियों में खोये हुए है सब,
और कहते है कि मोहब्बत करते है हम.

बाजार में इश्क़ नहीं, सिर्फ हुस्न बिकता है,
इश्क़ इबादत है, जो नसीब से मिलता है.

सूरत की नहीं सीरत की बात करते है,
इश्क़ करने वाले सिर्फ बिछड़ने से डरते है.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर,
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता.

मिलावट है तेरे हुस्न में ‘इत्र’ और शराब की,
तभी मैं थोड़ा महका हूँ, थोड़ा सा बहका हूँ.

हसीन चेहरों से सीखी हमने सिर्फ एक बात,
जिसकी जितनी हसीं अदा है वो उतना ही बेवफा है.

कसा हुआ है तीर हुस्न का,
जरा सम्भलकर रहियेगा,
नजर नजर को मारेगी,
तो कातिल हमें ना कहियेगा.

खूबसूरत चेहरे की बात मत कर,
वो बेवफा है उसे याद मत कर.

तेरे जिस्म की तारीफ़ तो हजारों करेंगे,
तारीफ़ रूह की सुननी हो तो हमें बुला लेना.

दस्तूर है दुनिया का इस लिए
वो मेरी तारीफ करते है,
मगर हम भी जानते है कि वो
जालिम हर हसीन चेहरे पे मरते है.

खुशबू आ रही है कहीं से ताजे गुलाब की,
शायद खिड़की खुली रह गई होगी उनके मकान की.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

मेरा इश्क़ भी, तेरा हुस्न भी
गजलों में आकर घुल गई,
मेरी शायरी की किताब तू
कभी खो गई, कभी मिल गई.

जिस मोड़ पे तू मिल गई,
वहाँ एक नई राह खुल गई,
तू नये किरण की बहार है
अब रात भी मेरी ढल गई

तेरा दिल है या किराए का मकान है कोई,
इसमें बसने वाले अक्सर बदलते रहते है.

हर नज़र को एक नज़र की तलाश है,
हर छेरे में कुछ तो एहसास है,
आपसे दोस्ती हम यूँ ही नहीं कर बैठे
क्या करें हमारी पसंद ही कुछ ख़ास है.

मत मुस्कुराओ इतना,
कि फूलों को खबर लग जाए,
कि करे वो तुम्हारी तारीफ
और तुम्हें नजर लग जाएँ.

चाँद से हसीन है चांदनी,
चाँदनी से हसीं है रात,
रात से हसीन है ज़िन्दगी,
और वो ज़िन्दगी है आप

ऐसी कोई तारीफ ही नहीं है,
जो तुम्हारी तारीफ कर सके.

ख्व़ाब बनकर तेरी आँखों में समाना है,
दवा बनकर तेरे हर दर्द को मिटाना है,
हासिल है मुझे जमाने भर की खुशियाँ
मेरी हर ख़ुशी को बस तुझ पर लूटाना है.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

हम हार चुके सब कुछ एक दिल को हार के,
मेरी याद को रखना मेरे साथी संभाल के.

बुराइयाँ कितनी भी बुरी हो सच्ची होती है,
झूठी तारीफों से तो अच्छी होती है.

चले जाओ, अब इतनी ना करो तारीफ मेरी,
बात कहने की ऐडा पसंद आई है सबको तेरी.

तारीफ अपने आप की करना फ़िजूल है,
खुश्बू खुद बता देती है कि कौन सा फूल है.

दिल से कुछ लिखना चाहते हैं उनकी तारीफ में,
मगर लफ़्ज हैं कि फीके पड़ जाते हैं आज की तारीख में.

दिल से कुछ लिखना चाहते हैं उनकी तारीफ में,
मगर लफ़्ज हैं कि फीके पड़ जाते हैं आज की तारीख में.

तेरी तारीफ में ये जुबान कभी थकती नहीं,
तेरी नजरों से ये नजरें अब हटती नहीं.

मैं इतनी अच्छी भी नहीं
जितनी तुम तारीफ कर जाते हो,
कही किसी और के हिस्से की
तारीफ चुरा के तो नहीं लाते हो.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

अल्फ़ाज नये है बात वही पुरानी है,
उनकी तारीफों में चल पड़ी कलम हमारी है.

आँखों में तेरी कोई करिश्मा जरूर है,
तू जिसको देख ले, वो बहकता जरूर है.

बहुत खूबसूरत है हमारा सनम,
खुदा ऐसा चेहरा बनाता है कम.

बहुत खूबसूरत है आँखें तुम्हारी,
इन्हें बना दो सनम किस्मत हमारी.

इश्क़ के फूल खिलते है तेरी ख़ूबसूरत आँखों में,
जहाँ देखे तू एक नजर वहाँ खुशबू बिखर जाएँ.

घूँघट में इक चाँद था और सिर्फ तन्हाई थी,
फिर दिल के धड़कने की आवाज जोर से आई थी.

प्यार से जो मैंने घूँघट चाँद पर से हटाया था,
प्यार का रंग भी उतरकर उसके चेहरे पर आया था.

तारीफ करूँ क्या तेरी, कुछ अल्फ़ाज
ही ना मिले, जब से देखा है तुझको
दिल में अरमान है जगे.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

देख कर खूबसूरती आपकी चांद
भी शर्मा रहा है,तू कितनी खूबसूरत
है यही फरमा रहा है।

सोचता हूँ हर कागज पे तेरी तारीफ
करु, फिर ख्याल आया कहीँ पढ़ने
वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।

ख़ूबसूरत हो इसलिए मोहब्ब्त नहीं है,
मोहब्बत है इसलिए ख़ूबसूरत लगती हो.

निगाह उठे तो सुबह हो,झुके तो
शाम हो जाएँ,एक बार मुस्कुरा भर
दो तो कत्ले-आम हो जाएँ.

कैसे कहे के आप कितनी खूबसूरत है,
कैसे कहे के हम आप पे मरते है,यह
तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जनता है,के हम
आप पे हमारी जवानी क़ुरबान करते है.

किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत
लिखते हो यार,मैंने कहा खुबसूरत मैं
नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है.

कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा,
लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें,
पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

मैं इतनी अच्छी भी नहीं जितनी तुम
तारीफ कर जाते हो, कही किसी और
के हिस्से की तारीफ चुरा के तो नहीं
लाते हो.

कितना हसीन चाँद सा चेहरा हैं,
उसपे सबाब का रंग गहरा हैं,
खुदा को यकीन ना था वफ़ा पे,
तभी चाँद पर तारों का पहरा हैं।

मुस्क़ुरते हैं तो बिजलिया गिरा देती हैं,
बात करते हैं तो दीवाना बना देती हैं,
हुस्न वालो की नज़र काम नहीं क़यामत से,
आग पानी में वो नज़रों से लगा देती हैं.

तुम्हारी खूबसूरती की दिन रात मैं
तारीफ करता हूं, तुम्हारी तस्वीर
लेकर यूं ही दिन रात देखा करता हूं.

इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत
आंखों में, जहां देखे तू एक नजर वहां
खुशबू बिखर जाएँ।

तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो,
जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो,
किस लिए देखती हो आईना,तुम तो
खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।

तेरा मुस्कुरा देना जैसे पतझड़ मे
बहार हो जाये, जो तुझे देख ले वो
तेरे हुस्न मे ही खो जाये।

ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे
हुस्न की खबर,कभी मेरी आँखों
से आकर पूछो के कितनी
हसीन हों तुम.

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

अब कैसे उठेगी आँख हमारी किसी
और की तरफ उसके हुस्न की एक
झलक हमें पाबन्द बना गयी.

हसीन तो और भी है इस जहाँ में मौला
पर जब उसने अपना घुँगट खोला
तो चाँद भी मुझसे शर्मा के बोला
ये रात की चाँदनी है या दिन का शोला

असली खूबसूरती किसी की तारीफ की
मोहताज नहीं होती,उसके लिये तो बस
आंखों की वाह वाही ही काफी होती है।

मेरा इश्क भी, तेरा हुस्न भी,गजलों
में आके घुल गई, मेरी शायरी की
किताब तू,कभी खो गई,कभी मिल गई.

फूलों सा कोमल चेहरा तेरा, तू
संगमरमर की मूरत है तेरे हुस्न
की क्या तारीफ़ करूँ, तू इतनी
खूबसूरत है.

खूबसूरत हैं आपकी आंखे और
इनमें हया है,बस इन्हीं की जादूगरी
से तो मेरा दिल गया है।

नजर से जमाने की खुद को बचानाट
किसी और से देखो दिल ना लगाना,
के मेरी अमानत हो तुम,बहुत खूबसूरत
हो तुम.

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है,
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी,
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है।

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

ये आईने क्या देंगे तुझे तेरे हुस्न की
खबर मेरी आँखों से तो पूछ कर
देख कितनी हसीन है तू.

डरता हूँ कहीं लग न जाए तेरे हुस्न
को मेरी नज़र इस लिए अभी तक
तुझे गौर से देखा ही नहीं.

निगाह उठे तो सुबह हो,झुके
तो शाम हो जाएँ,एक बार मुस्कुरा
भर दो तो कत्ले-आम हो जाएँ.

तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता है
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा हैं तू,तुझे ज़िन्दगी
में बसाने को जी चाहता है।

मत मुस्कुराओ इतना,कि फूलों को
खबर लग जाए,कि करे वो तुम्हारी
तारीफऔर तुम्हें नजर लग जाएँ।

फूलों से खूबसूरत कोई नहीं सागर से गहर
कोई नहीं अब आपकी क्या तारीफ करू
खूबसूरती में आप जैसा जैसा कोई नहीं.

लगता है कि खुदा ने तुम्हें बड़ी
खूबसूरती से बनाया है, फूल,
खुशबू, झील ये चांद इन सब
का अक्स तुझमें समाया है।

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

जब भी उनकी गली से गुजरते हैं
मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं
दुःख ये नहीं वो दरवाजा बंद कर लेते हैं
खुशी ये है वो मुझे पहचान लेते हैं !!

खूबसूरती से धोखा ना खाइए
जनाब,तलवार कितनी ख़ूबसूरत
क्यों ना हो मांगती तो खून ही है।

यह मुस्कुराती हुई आँखें जिनमें
रक्स करती है बहार,शफक की,
गुल की,बिजलियों की शोखियाँ
लिये हुए।

हर बार हम पर इल्जाम लगा देते
हो मुहब्बत का,कभी खुद से भी
पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो.

गमो के लिबास को हम मोहब्बत
के धागे से सीते है हम शराब नही
पिते हा चाय पीते है

मुझे देख कर तेरा मुस्कुरा देना,मुझे कई
सारे सपने दिखा जाता है, तेरे संग ज़िन्दगी
गुजारूं,मेरी हर धड़कन कह जाती है।

यह दुनिया एक लम्हे में तुम्हे बर्बाद
कर देगी, मोहब्बत मिल भी जाये तो
उसे मशहूर मत करना।

तुझे देख जी ही नहीं भरता है, तू जब
चलती है सड़कों पर ऐसा लगता है
चाँद ज़मीन पर उतरता है।

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

कभी कभी लोग मीठी मीठी प्यारी
प्यारी बातों से आपको इज्जत नहीं
बल्कि धोखा दे रहे होते है.

एक तुम ही तो हो जिससे सब कुछ
कहने का दिल करता हैं.वरना हम
आँसू भी पलकें बंद करके बहाते है.

देख कर तुमको यकीं होता है,
कोई इतना भी हसीन होता है,
देख पाते है कहा हम तुमको,
दिल कही होश कही होता हैं।

दिल को टुटते देखा हैं मैने
सारी दुनिया को रोता देखा हैं मैने
जो करता हैं दिल से प्यार किसीको
उसे भी रुठता देखा हैं मैने.

तारीफ करूँ क्या तेरी, कुछ अल्फ़ाज ही ना मिले,
जब से देखा है तुझको दिल में अरमान है जगे।

देख कर खूबसूरती आपकी चांद भी शर्मा रहा है,
तू कितनी खूबसूरत है यही फरमा रहा है।

अगर तेरी ख़ुशी है तेरे बंदों की मसर्रत में
तो ऐ मेरे ख़ुदा तेरी ख़ुशी से कुछ नही होता !!

सोचता हूँ हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर ख्याल,
आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

Khubsurti ki Tareef in Hindi (ख़ूबसूरती की तारीफ़ हिंदी)

ख़ूबसूरत हो इसलिए मोहब्ब्त नहीं है,
मोहब्बत है इसलिए ख़ूबसूरत लगती हो।

निगाह उठे तो सुबह हो,झुके तो शाम हो जाएँ,
एक बार मुस्कुरा भर दो तो कत्ले-आम हो जाएँ।

कैसे कहे के आप कितनी खूबसूरत है,
कैसे कहे के हम आप पे मरते है,यह।
तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जनता है,के हम,
आप पे हमारी जवानी क़ुरबान करते है।

किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते,
हो यार,मैंने कहा खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके,,
लिए हम लिखा करते है।

कितना खूबसूरत चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल तो बस दीवाना है तुम्हारा।
लोग कहते है चाँद का टुकड़ा तुम्हें,
पर मैं कहता हूँ चाँद भी टुकड़ा है तुम्हारा।

मैं इतनी अच्छी भी नहीं,
जितनी तुम तारीफ कर जाते हो।
कही किसी और के हिस्से की,
तारीफ चुरा के तो नहीं लाते हो।

कितना हसीन चाँद सा चेहरा हैं,
उसपे सबाब का रंग गहरा हैं।
खुदा को यकीन ना था वफ़ा पे,
तभी चाँद पर तारों का पहरा हैं।

तुम्हारी खूबसूरती की दिन रात मैं तारीफ करता हूं,
तुम्हारी तस्वीर लेकर यूं ही दिन रात देखा करता हूं।

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