Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने
वाले,बेवफाई करो तो रोते हैं और
वफा करो तो रुलाते हैं।
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न
वालों से हमने,हसीन जिसकी जितनी
अदा है वो उतना ही बेवफा है।
ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,दिल में
तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना,
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना,
मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने यूँ ही
सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
जो हुकुम करता है, वो इल्तज़ा भी करता है,
आसमान कही झुका भी करता है,और तू
बेवफा है तो ये खबर भी सुन ले,इन्तेज़ार
मेरा कोई वहा भी करता है.
बेवफाओं की इस दुनिया में संभल कर चलना,
यहाँ मोहब्बत से भी बरबाद कर देतें हैं लोग।
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों,
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए।
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल,
साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो.
मैंने वक्त के पहिये को,
धीरे और तेज चलते देखा है,
अरे तुम गैरो की बात करते हो,
मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है॥
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती, मगर
प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त,
प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे,
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज,
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है.
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे!
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा।
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे॥
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ.
वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे,
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे,
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला,
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।
वक़्त के एक दौर में इतना भूखा था मैं की,
कुछ न मिला तो धोखा ही खा गया.
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए, महसूस हुआ तब,
जब वो जुदा हुए, करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए।
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने
ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने.
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
एक बेवफा से प्यार का अंजाम देख लो,
मैं खुद ही शर्मशार हूँ उससे गिला नहीं,
अब कह रहे हैं मेरे जनाज़े पे बैठ कर,
यूँ चुप हो जैसे हमसे कोई वास्ता नहीं।
2 दिलो की धडकनों में साज होता है,
सभी को अपनी मोहब्बत पर नाज होता है!
प्यार में हर कोई नहीं होता बेवफा,
बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है॥
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भुला दिया,
गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया।
खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफ़ा को,
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी।
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे,
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज,
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे.
इश्क़ किया था तुझसे, इसलिए तो गलती
अपनी बताई है मैंने ही तो झूठ बोला था इश्क़ में,
तूने तो बेवफ़ाई बड़ी इसमानदारी से निभाई है॥
मेरी लिखी किताब मेरे ही हाथो मे देकर वो कहने
लगे,इसे पढा करो मोहब्बत करना सिख जाओगे.
धोखा दिया था जब तूने मुझे.जिंदगी से मैं
नाराज था,सोचा कि दिल से तुझे निकाल
दूं.मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था.
न पूछ मेरे सब्र की इन्तहां कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है,
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमे तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है।
ज़िन्दगी में सब कुछ करना पर
धोखा देने वाले इंसान पर वापस
भरोसा मत करना।
अब के अब तस्लीम कर लें तू नहीं तो मैं सही,
कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
यूँ अकेले तनहा रहने की आदत नहीं थी
मगर जबसे इश्क़ ने धोका दिया है ये
सब आम हो गया है।
चला था ज़िकर ज़माने की बेवफाई का,
सो आ गया है तुम्हारा ख्याल वैसे ही।
धोकेबाज़ लोगों से रिश्ते बनाने से
बेहतर अकेले रहें यकीन मानें आप
ज्यादा खुश रहेंगे।
कुछ आदतें पसंद है मेरी,कुछ आदतें खराब
लगती है, जब से छोड़ गयी है वो, इस
शरीर को सिर्फ शराब लगती है॥
जब धोखा ही था तुम्हारी मोहब्बत.
तो झूठ अपनी लबो को कहने देते.
और जब मै सुखी था,मुझे अपने
बिना ही रहने देते.
बंद कर देना खुली आँखों को मेरी आ के तुम,
अक्स तेरा देख कर कह दे न कोई बेवफा।
आंखो मे ‘शराफत’
चाल भीं ‘नजाक़त’
दिल मे ‘सच्चाईं’
और चहरें मे ‘सफाईं’
फिर क्यो न ब़ोले हर लडकी आपक़ो ‘भाई’
हम तो आये दिल की महफ़िल सजाने
तेरी कसम तुझे अपना बनाने, किस
बात की सजा दी तुने हमको बेवफा
हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
महसूस कर रहे है तेरी लपरवाहिया
कुछ दिनों से,अगर हम बदल गए तो
मनाना तेरे बस की बात नहीं।
जो दिखाई देता है वो हमेशा सच
नहीं होता, कहीं “धोखे में आँखे है”
तो कहीं आँखों में धोखा है..
ज़िन्दगी में हमें दुख दिल टूटने पर
उतना नहीं होता जितना विश्वास टूटने
पर होता है, क्योंकि हम किसी पर
विश्वास करके ही अपना दिल उन्हें देते हैं.
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया मेरी Life
का हर मकसद हमसे छीन लिया
सनम बेवफा..
रिश्तें टूट कर चूर चूर हो गये,धीरे धीरे वो
हमसे दूर हो गये, हमारी खामोशी हमारे
लिये गुनाह बन गई,और वो गुनाह
कर के बेकसूर हो गये।
तैरना तो आता था हमें मुहब्बत के
समंदर में लेकिन, जब उसने हाथ ही
नहीं पकड़ा तो डूब जाना अच्छा लगा..
सब कुछ खत्म कर दिया मैंने
तेरा प्यार में बस ये आंसू ही है
जो खत्म होने का नाम नहीं लेते।
सुना है तुम्हारे चाहने वाले वाले बहुत है,
ये इश्क़ की मिठाई सब में बाँट दी तुमने,
सचमुच बहुत पक्की डोर है तेरी बेवफ़ाई की,
सुना है रकीब की पतंग भी काट दी तुमने॥
अब कैसे बताऊ क्या गुजरती है मेरे दिल पर,
जब किसी और के हाथ तेरे बदन को छुआ करते है,
ये जमाना जालिमो से भरा हुआ है,
ये लोग इतने अच्छे नहीं ! जीतने ये दिखा करते है॥
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
कितने किरदार थे उसके, बता दूँ क्या?
हालत-ए-दिल तुमसे जाता दूँ क्या? और
इस कदर कातिल उसकी निगाहे जालीम !
ना बने तू दीवाना तो, चल बता दूँ क्या!!
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे!
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा।
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे॥
कि प्यार तो मैं तुझसे बहोत करता हूँ !
लेकिन तेरी हकीकत भी जनता हूँ !
इसलिए तेरी गली तक तो जाता हूँ !
पर तेरी चौखट से ही लौट आता हूँ ॥
आजकल तुम दिखाई नहीं देती !
ये बताओ कहीं शुमार हो क्या ?
हुश्न भी अच्छा है, अदाएं भी देखी है!
पर ये बताओ वफ़ादार हो क्या!!
जाना ही था तो बता कर जाती,
यूं बेवफ़ा का इल्जाम खुद पर ना लगवाती!!
हमने सोचा था कि हम ही तड़प रहे है,
तुम्हारी यादों में ! पर आंखे बता रही है,
नींद रात भर आपको भी नहीं आती !!
तेरा दिया हुआ जख्म मेरे काम आ गया…
भरी महफिल में मैंने बेवफा कहा…
और सब के लबो पे तेरा नाम आ गया॥
कि मुझको सिर्फ उसका नशा है,
मुझ पर कोई भी नशा वार नहीं करता !
और मैं जानबूझ कर दिखता हूँ मजनू जैसा !
इसलिए मुझसे कोई प्यार नहीं करता !!
मैंने वक्त के पहिये को,
धीरे और तेज चलते देखा है,
अरे तुम गैरो की बात करते हो,
मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है॥
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
उसको याद करते-करते मैं मर ना जाऊ कहीं!
एक फकीर ने हाथ देखकर कहा…
वो तेरी किश्मत में तो है, पर लकीरों में नहीं!!
मैं उसकी चाहत पूरी नहीं कर सकता !
उसकी चाहतें बड़ी है !!
मैं तो सिर्फ उसके पीछे पड़ा था !!
वो 3-4 के पीछे पड़ी है !!
मुझसे ऊंची डाली मिली तो,
उस पर जा बैठे तुम!!
दिल में बसाया था तुम्हें ,
सर पर आ बैठे तुम !!
जिससे दिल ना मिले !
उससे हाथ क्या मिलाना?
जो गिर जाये एक बार नजरों से,
उसे पलकों पर क्या बिठाना!!
2 दिलो की धडकनों में साज होता है,
सभी को अपनी मोहब्बत पर नाज होता है!
प्यार में हर कोई नहीं होता बेवफा,
बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है॥
के आग लगी थी ! मैखाने में,
मैं उस पर शराब उड़ेल रहा था !!
पलटी जो निगाहें उसके घर की तरफ, तो ये क्या!!
रक़ीब उसकी ज़ुल्फों से खेल रहा था !!
जिस किसी को टूट कर चाहो बेवफा हो जाता है,
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है।
जब तक काम आते रहोगे, हमसफ़र कहलाओगे!
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है॥
तू खुश है मेरे बगैर इसमे गलत कुछ नहीं है!
मैं खुश हूँ तेरे बगैर इसमे सच कुछ नहीं है !!
तुझे चाहा था और चाहता रहूँगा, ये सच है !
लेकिन अब तुझे ही चाहूँगा, ये सच नहीं है!!
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
कितनी कसमें खाओगी और कितने झूठ बाकी है !
इससे थी, उससे थी और न जाने किस-किस से थी,
तेरी मोहब्बत ! मुझे तो तबाह कर दिया !
और कितनों को करना बाकी है !!
के कोई जाम दे दो, तो कोई
उसकी रुसवाई का पैगाम दे दो!
अगर हो उसकी गली में कोई घर,
तो उसके घर के सामने एक मकान दे दो!!
रूह छूना चाहता था उसकी !
न जाने उसे जिश्म छूने वाले ही अच्छे लगे॥
सच कह-कहकर थक गया था, उससे!
न जाने उसे झूठ कहने वाले ही सच्चे लगे॥
इश्क़ किया था तुझसे,
इसलिए तो गलती अपनी बताई है।
मैंने ही तो झूठ बोला था इश्क़ में,
तूने तो बेवफ़ाई बड़ी इसमानदारी से निभाई है॥
इतना बुरा तो नहीं था
जितना तुमने बना दिया है।
खैर छोड़ो अब जाने भी दो,
तुमने तो मुझे भुला दिया है॥
कहाँ से लाऊं रोज एक नया दिल।
दिल तोड़ने वालों ने तो तमाशा बना रखा है॥
ये कैसा सितम था उनका,
कुछ पलो कि मोहब्बत के लिए,
मुझे सालों आजमाया गया,
फांसी मेरी पहले मुकर्रर कर दी!
अदालत मुझे बाद में ले जाया गया!!
गिरा दे कितना भी नजरों से मुझे,
झुकने पर मजबूर तो मैं तुझे भी कर दूंगा!
और एक बार महफिल बदनाम
करके तो देख ओ बेवफा मुझे !
कसम से पूरे शहर में मशहूर मैं तुझे भी कर दूंगा!!
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
तूने रिस्ता तोड़ा, मजबूरी होगी मैं मानता हूँ!
मुझे तो निभाने दे, मैं तुझसे भला क्या मांगता हूँ!
मुझे दर्द में देखकर वो मुस्कुरा रही है !
और मैं भी कितना पागल हूँ,
वो खुश रहे ! यही दुआ मांगता हूँ !!
बेवफ़ाई की सारी हदे वो पार कर चुकी होगी!
अपने बदन की आबरू तार-तार कर चुकी होगी!
मेरे अलावा किसी और के साथ हमबिस्तर,
होकर वो ये कमाल कर रही होगी,
और ये किसकी उँगलियाँ है तेरे बदन पर,
उसके बिस्तर की चादर भी,
उससे ये सवाल कर रही होगी!!
मेरी आँखों से आशू नहीं रुक रहे !
और एक तू है कि हस के बात कर रही है।
लहजे में माफी, आँखों में शरम तक नहीं!
ये एक्टिंग का कोर्स तू लाजवाब कर रही है॥
तेरी हर हकीकत से रूबरू हो गया हूँ मैं!
ये पर्दा किस बात का कर रही है !
एक मैं हूँ कि आँखों से आशू नहीं रुक रहे!
और तू है की हस कर बात कर रही है।
ए बेवफा क्या तुझे थोड़ी सी शर्म आती है?
घड़ी मुझे गिफ्ट करके,
समय किसी और के साथ बिताती है!!
रूबरू ना हो पाया उससे बिछड़कर कभी,
पर उसकी आँखों को मैंने दिल के करीब रखा है,
इश्क़ के दस्तूर बड़े अच्छे से निभाना जानती है वो,
मेरे रकीब के लिए एक नया रकीब रखा है॥
कर के मुझ पर यूं जुल्म बेइन्तेहा !
कहती है चलो तुम्हें आज माफ करते है!!
धूल जमी थी खुद के चेहरे पर…
कहती है चलो आईना साफ करते है॥
कुछ आदतें पसंद है मेरी,
कुछ आदतें खराब लगती है,
जब से छोड़ गयी है वो,
इस शरीर को सिर्फ शराब लगती है॥
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
बदनाम करते है लोग मोहब्बत को,
पर सुरुवात तो दोस्ती से हुई थी।
खुद को खुद से ही बदनाम करते है,
चलो उनका काम आसान करते है,
चुभने लगी है इस धड़कन की आहटें मुझको,
चलो इसे रोकने का इंतेजाम करते है॥
रूक जाती है सारी शिकायतें इन होंठो तक आकर
जब मासूमियत से वो कहते है अब मैंने क्या किया
मेरी आँखों में आँसू की तरह, एक बार आ जाओ
तक़ल्लुफ़ से बनावट से अदा से चोट लगती है
मोहब्बत की भी देखो कैसी अजब सी कहानी है
ज़हर पीया था मीरा ने दुनिया राधा की दीवानी है
उन्हें ज़िद है कि मैं हँसते हुए रुखसत करूं उनको
मुझे डर है तुम्हारी आँख भर आई तो क्या होगा
मजबूरी में जब कोई जुदा होता है,
जरूरी नहीं कि वो बेवफा होता है,
देकर वो आपकी आँखों में आँसू,
अकेले में आपसे ज्यादा रोता है।
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
मिलना इत्तिफाक था, बिछड़ना नसीब था;
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था;
हम उसको देखने क लिए तरसते रहे;
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था।
हो सकता है हमने तेरा अनजाने में कभी दिल दुखा दिया
लेकिन तूने हमें दुनिया के कहने पर भुला दिया
हम तो इस दुनिया में वैसे भी अकेले ही थे
तो क्या हुआ तूने हमें यह एहसास दिला दिया
समझा ना कोई दिल की बात को;
दर्द दुनिया ने बिना सोचे ही दे दिया;
जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से;
तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।
मेरी खामोशियों में भी अफसाना ढूंढ लेती है
बड़ी शातिर यह दुनिया बहाना ढूंढ लेती है
हकीकत जिद किए बैठे हैं चकनाचूर करने को
लेकिन यहां आंख भी फिर सपना सुहाना ढूंढ लेती है
बिन बात के ही रूठने की आदत है;
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है;
आप खुश रहें, मेरा क्या है;
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
यूं तो पहले शब्दों में भी हंस लेता था मैं
पर आज क्यों बे बाजार होने लगा हूं
वैसे तो हमेशा से हाथ खाली ही था मेरा
फिर आज क्यों लगा सब कुछ खोने लगा हूं
वो तो अपने दर्द रो-रो के सुनते रहे;
हमारी तन्हाइयों से आँख चुराते रहे;
और हमें बेवफा का नाम मिला क्योंकि;
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे!
इन आंखों में सूरत तेरी सुहानी
मोम की तरह से पिघल रही मेरी जवानी है
जिस तरह से सितम हुए थे हम पर
मर जाना चाहिए था पर जिंदा है यही बड़ी हैरानी
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे;
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे;
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया;
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है;
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है;
जाने वाले तो छोड़ के चले जाते हैं;
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते हैं।
अपनी जिंदगी के बस यही उसूल है
अगर तू कहे तो कांटे भी कबूल है
हंस कर चल दूं कांच के टुकड़े पर भी
अगर तुम कहे यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं
बीते हुए कुछ दिन ऐसे हैं;
तन्हाई जिन्हें दोहराती है;
रो-रो के गुजरती हैं रातें;
आंखों में सहर हो जाती है!
हकीकत कहूं तो तुझे ख्वाब लगता है
शिकायत करूं तो तुझे मजाक लगता है
कितनी शिद्दत से याद करता हूं मैं तुझे
और तुझे यह सब इत्तेफाक लगता है
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया;
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया;
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने;
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
हमें तो अभी वह गुजरा जमाना याद आता है
तुम्हें भी क्या कभी कोई दीवाना याद आता है
हवाएं तेज थी बारिश भी थी तूफान भी था
लेकिन तेरा ऐसे में भी वादा निभाना याद आता है
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
पत्थरों से प्यार किया क्योंकि नादान थे हम
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम
आज उन्हें हमसे नजरें मिलाने में तकलीफ होती है
कल उसी इंसान की जान थे हम
हमनें जब किया दर्द-ए-दिल बयां, तो शेर बन गया;
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया, दर्द और बढ़ गया;
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में है;
ख़त लिखा जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया।
ज़रा सी देर को आये ख्वाब आँखों में;
फिर उसके बाद मुसलसल अज़ाब आँखों में;
वो जिस के नाम की निस्बत से रौशनी था वजूद;
खटक रहा है वही आफताब आँखों में!
अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा सी शाम होने दो;
मैं खुद लौट जाउंगा मुझे नाकाम होने दो;
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूँढ़ते हो क्यों;
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम होने दो!
किसी का हाथ लेकर हाथ में जब तुम मिले हमसे,
तो कैसे टूट कर बिखर गया था मेरा मन आंखों में,
ना समझो चुप है तो तुम से कोई शिकवा नहीं बाकी,
हम अपने दर्द की नहीं रखते कोई पहचान आंखों.
अब तो है मुझे जिस सच्चे प्यार के लिए,
लोग अक्सर तड़पते हैं मैंने वह प्यार,
तुम जैसे बेवफा पर लुटाया.
किसने कहा आप की याद नहीं आती,
बिना याद किए कोई रात नहीं आती,
वक्त बदल जाता है आदत नहीं जाती,
आप खास हो यह बात हर बार तो कहीं नहीं जाती
प्यार की तरफ को दिखाया नहीं जाता
दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता
लाख जुदाई हो मगर
जिंदगी के पहले प्यार को भुलाया नहीं जाता
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी
अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी
यह भी ना सोचा कैसे गुजरेगी मेरी जिंदगी
बिना सोचे समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी
यूं ही आंखों से आंसू बहते नहीं
किसी और को हम अपना कहते नहीं
एक तुम ही हो जो रुक से गए हो जिंदगी में
वरना रुकने के लिए हम किसी को कहते नहीं
कौन कहता है हम उसके बिना मर जाएंगे
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वह तरस जायेंगे प्यार की एक बूंद के लिए
हम तो बादल हैं प्यार के किसी और पर बरस जाएंगे
हे चांद चमकना छोड़ भी दें
तेरी चांदनी मुझे सताती है
तेरे जैसा था उसका चेहरा
तुझे देखकर वह याद आती है
सोचो उस पर दिल कितना मजबूर होता है
जब कोई किसी की यादों में चूर होता है
प्यार क्या है पता तब चलता है
जब कोई किसी की नजरों से दूर होता है
हर एक हसीन चेहरे में गुमान उसका था
बस सका ना इस दिल में कोई क्योंकि यह मकान उसका था
मिट गया हर एक गम मेरे दिल से
लेकिन जो मिट ना सका मेरे दिल से वह नाम उसका
आग सूरज में होती है
जलना जमीन को पड़ता है
मोहब्बत निगाहों से होती
पर तड़पना दिल को पड़ता है
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
मुझे ना तो कोई आसमान चाहिए
मुझे ना तो कोई जहां चाहे
तू तो सितारों की एक महफिल है
बस उस पूरी महफिल में से एक बस तुमसे
दिमाग पर जोर लगाकर
गिनते हो गलतियां मेरी
कभी दिल पर हाथ लगाकर पूछना
की कसूर किसका था
जिनके पास जिंदगी में देने के लिए
मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं होता है
उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा
कुछ नहीं मिलता
वो बेवफा लुट गया मुझे
प्यार का दिखावा करके
मुझसे मेरी वफ़ा का
सबूत मांग रहा है
खुद बेवफा होकर
मुझसे वफ़ा मांग रहा है
कुछ लोग सिर्फ टाइम
पास के लिए बात करते है
और हम उसके नाम अपनी
पूरी ज़िन्दगी कर चुके है
याद करोगे उस दिन
जब कोई तुम्हे भी धोखा देगा
क्यों क़द्र नहीं की मैंने उसके प्यार की
वो कमबख्त इस कदर लुट गया मुझे
साँसे ले गया और दिल छोड़ गया सीने में
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
माना की तेरी नजर में मैं कुछ भी नहीं
मगर मेरे लिए सब कुछ सिर्फ तुम्ही हो
खामोशी से मतलब नहीं
मतलब तो बातो का है
दिन तो गुजर ही जाता है
मसला तो रातों का है
लगा के आग सीने में मोहब्बत की
वो दिल कही और लगा बैठे
तूने भी वही किया
जो सब करते है
प्यार करके छोड़ देना
मैं जब भी देखता हू
किसी को महबूबा के पीछे
यही सलाह देता हू
मर जायेगा जीते जीते
बेकार थी मोहब्बत तेरी
झूठे थे वादे तेरे
हम प्यार में थे इतने अंधे
समझ न पाए क्या थे इरादे तेरे
हद हम दोनों ने पार कर दी थी
मैंने मोहब्बत की हद पार की
और तूने बेवफाई की
बहुत दुखता है दिल
जब देखता हू तुझे
किसी और की बाहों में
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
पहली या दूसरी नहीं होती
मोहब्बत तो सिर्फ एक बार होती है
उसके बाद तो सिर्फ रिश्ता निभाया जाता है
मेरे ख्याल भी झूठे निकले
तेरी वादों की तरह
मैंने तुम्हे अपना होते
देखा था ख्यालो में
कम से कम बता देते
जाते जाते मैं इंतज़ार करू
या बदल जाऊ तुम्हारी तरह
तुम्हारी ब्यस्तता बताती है
कितनी एहमियत है मेरी
तुम्हारी ज़िन्दगी में
जो चाहे वो करना ज़िन्दगी में
गुजारिस है किसी से
झूठा प्यार मत करना
शिकायत तो बहुत है तुमसे
लेकिन छोडो प्यार से ज्यादा नहीं
एक बार रोये तो रोते चले गए
दमन अश्को से भीगोते चले गए
जब जाम मिला बेवफा का तो
खुद को पैमानों में डुबोते चले गए
- Bholenath Shayari
ये कैसा रिश्ता है हमारा
न बन सकता है कभी
न टूटू सकता है
Bewafa Shayari in Hindi [बेवफा गर्लफ्रेंड के लिए शायरी]
ज़िन्दगी से बस यही गिला है
ख़ुशी के बाद क्यों ये गम मिला है
खुदा से एक गुजारिश है
तुझे भी मिले तुझ जैसा
मरने वाले तो एक दिन
बिना बताये मर जाते है
रोज तो वो मरते है जो
खुद से ज्यादा किसी को चाहता है
करके प्यार के वादे लोग भुला देते है
पहले सीने से लगते है फिर रुला देते है
बेवफाई उसकी मिटा के आया हू
ख़त उसके पानी में बहा के आया हू
कोई पढ़ न सके उस बेवफा की यादो को
इसलिय पानी में भी आग लगा के आया हू
मोहब्बत की दस्ता भी
कितनी अजीब है
जन्मो के साथ का वादा करके
छोड़ देते है अकेला कच्ची उम्र में ही
खामोशी को चुना है मैने
क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैने
बेवफा निकला वो सख्श
जो बात बात पर अपनापन जताता था