200+ मूड ऑफ शायरी Mood off shayari in Hindi

मूड ऑफ शायरी Mood off Shayari in Hindi

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

उनके हाथो की लकीरे बनने को तरसती रह गयी
मैं वो ख्वाब हूं जो उनका होकर भी
किसी ओर की आंखों का ख्वाब बन गयी.!!

Mood off Shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

अब दिल नही लगता है इधर उधर
तू बस गया है मेरी रूह में इस कदर

कोई अपना हो कर भी अपना
सा नही लगता कोई पराया
होकर भी अपना सा लगता है !

तुम्हे एहसास हुआ है इश्क का
हमे रुलाने के बाद
हमें दर्द हुआ है तुम्हें हंसाने के बाद !

मोहब्बत में करने लगा हूं
उलझनो में जीने लगा हूं दीवाना
तो मैं था नहीं लेकिन
तेरा दीवाना अब होने लगा हूं !

ख्वाब टूट कर बिखरे तो
हकीकत समझो कोई अपना
रूठे तो मोहब्बत समझो !

कौन सा जख्म था जो ताजा न था
इतना गम मिलेगा इश्क
में हमें अंदाजा ना था !

Mood off Shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

एक अजीब सा मंजर नज़र आता है
हर एक आँसू समंदर नज़र आता हैं
कहाँ रखु मैं शीशे सा दिल अपना
हर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता हैं !

न वो आ सके न हम कभी जा सके
न दर्द दिल का किसी को सुना सके
बस खामोश बैठे है उसकी यादों में
न उसने याद किया न हम उसे भुला सके !!

मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दुगा
तू सिर्फ किमत बता मुस्कुराने कि !!

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने !!

पता है लाश पानी पर क्यों तैरती है
क्योंकि डूबने के लिए ज़िंदगी चाहिए !!

कहीं न कहीं रंग बदलते देखे है इंसानों के
अरे अपना काम निकालने के लिए
हद से ज्यादा ढंग बदलते देखे है
मैंने इंसानों के !!

अफसोस होता हैं उस पल का
जब अपनी पसंद कोई और चुरा लेता हैं
ख्वाब हम देखते रहते हैं
और हकीकत कोई और बना लेता हैं !!

मिलने को तो हजार मिल जाए
पर तू साथ हो तो जीने की वजह
मिल जाए !!

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ
मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है !!

कभी टूट कर बिखरो तो मेरे
पास आ जाना
मुझे अपने जैसा लोग बहुत पसंद है !!

सच्ची मोहब्बत भी हम करते है
वफ़ा भी हम करते है भरोसा भी
हम करते है और आखिर में तन्हा
जीने की सजा भी हमे ही मिलती है !!

हर बार इल्जाम हम पर ही
लगाना ठीक नहीं
वफ़ा खुद से नहीं होती और खफा
हम पर होते हो !!

एक दिन वक्त भी साथ बैठकर रोया मेरे
कहने लगा तू तो ठीक है बस मै ही खराब हूँ !!

अफसोस होता हैं उस पल का
जब अपनी पसंद कोई और चुरा
लेता हैं ख्वाब हम देखते रहते हैं
और हकीकत कोई और बना लेता हैं !!

अरे ना संघर्ष ना तकलीफ तो क्या मजा है जीने में
बड़े बड़े तूफान रुक जाते है जब आग लगी हो सीने में !!

अरे ना संघर्ष ना तकलीफ तो क्या मजा है जीने में
बड़े बड़े तूफान रुक जाते है जबआग लगी हो सीने में !!

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

ज़ख्म भर जाएंगे तुम मिलो तो सही
दिन सँवर जाएंगे तुम मिलो तो सही
रास्ते में खड़े दो अधूरे सपने एक घर
जाएंगे तुम मिलो तो सही !!

वो तेरे खत तेरी तस्वीर और
सूखे फूल उदास करती हैं मुझ को
निशानियाँ तेरी !!

सुना हैं काफी पढ़ लिख गए
हो तुम कभी वो भी तो पढ़ो जो हम
कह नहीं पाते !!

नहीं करनी अब मोहब्बत किसी से
एक बार करके ही पछता लिए हम
उसी ने दे दिए हमें जिंदगी के सारे गम

वो रूह में उतर जाए तो पा ले हमको
इश्क़ के सौदे में जिस्म नहीं तौले जाते !!

मेरे अकेलेपन को मेरा शौक ना
समझो यारो बड़े ही प्यार से तोहफ़ा दिया है
किसी चाहने वाले ने !!

सुना है वो जाते हुए कह गये के अब तो
हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे कोई
कह दे उनसे के वो वादा कर ले हम
जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे !!

वह मेरा सब कुछ है पर
मुक़द्दर नहीं काश वो मेरा कुछ न होता पर
मुक़द्दर होता !!

कसूर तो बहुत किये ज़िन्दगी में
पर सजा वहा मिली जहाँ बेकसूर थे हम !

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

वो भूलता जा रहा है मुझे
मेरे दिल ने उसे याद किया है
जिसे सबसे ज्यादा चाहा मैनें
उसी ने मुझे बर्बाद किया है !

छूट गया हाथों से वो मेरे
कुछ इस कदर
रेत फिसलती है जैसे बन्द मुट्ठी से !!

मेरी फ़ितरत में नहीं कि अपना
गम बयाँ करू
अगर तेरे दिल का हिस्सा हूँ तो महसूस
कर तकलीफ मेरी !!

रिश्तें टूट कर चूर चूर हो गये
धीरे धीरे वो हमसे दूर हो गये
हमारी खामोशी हमारे लिये
गुनाह बन गई,और वो गुनाह
कर के बेकसूर हो गये !!

मुश्किल कोई आ जाए तो डरने से क्या होगा
जनाब कोई तरकीब निकालो
यूं डर डर के मरने से क्या होगा !!

बात करनी थी बात कोन करे
दर्द से दो दो हाथ कोन करे
हम सितारे तुम्हें बुलाते है
चाँद ना हो तो रात कोन करे !!

हमें तो उनके साथ वक़्त गुज़ारने के लिए
भी इज़ाज़त लेनी पड़ती थी उन्होंने बिना
इज़ाज़त लिए हमारा दिल तोड़ दिया !

दिल को बुझाने का बहाना कोई
दरकार तो था दुःख तो ये है तेरे दामन ने
हवायें दी हैं !!

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

लिखु क्या आज वक्त का तकाजा है
दर्द ए दिल अभी ताजा हैं !!

दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे !!

प्यार गया तो सही मगर
मूड ऑफ कर गया !!

किस्मत के तराज़ू में तो फकिर हैं
हम और दर्द दे दिल में हम सा कोई नहीं !!

तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद
जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद
ना पड़े किसी को किसी की आदत इतनी
कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद !!

न वो आ सके न हम कभी जा सके
न दर्द दिल का किसीको सुना सके
बस खामोश बैठे है उसकी यादों में न
उसने याद किया न हम उसे भुला सके.

दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने।

मिलने को तो हजार मिल जाए
पर तू साथ हो तो जीने की वजह
मिल जाए ! MOOD OFF.

अफसोस होता हैं उस पल का,
जब अपनी पसंद कोई और चुरा
लेता हैं, ख्वाब हम देखते रहते हैं,
और हकीकत कोई और बना लेता हैं.

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

ज़ख्म भर जाएंगे, तुम मिलो तो सही
दिन सँवर जाएंगे, तुम मिलो तो सही
रास्ते में खड़े दो अधूरे सपन एक घर

कुछ हार गयी तक़दीर कुछ टूट गए सपने ,
कुछ गैरो ने किया बर्बाद कुछ भूल गए अपने।

एक नई दुनिया बसाना चाहता हु मगर
कभी नींद नहीं आती तो कभी खाब नहीं मिलते।

वो क्या रोयेगी मेरी दर्द पे जिसका दिल
फ़िदा है दुनिया के हर मर्द पे।

मेरी मौत पर किसी को अफ़सोस नहीं होगा
बस एक मेरी माँ कहेगी मेरा बच्चा चला गया।

गुजर गयी आज का दिन भी यु ही बेवजह
ना मुझे तुम्हारी याद आयी न तुझे मेरा ख्याल।

बुरे वक्त में वो देना साथ भूल जाता है
किसी को दिल से चाहो औकाद भूल जाता है।


धमकी दी है मेरे दिल ने इस बार।
याद करो नाज़ को बरना धड़कना छोड़ दूंगा।


Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

रुलाया न कर ये ज़िंदगी मुझे चुप
कराने वाला कोई नहीं है।

कितने बदनसीब हो तुम तुमने उस
सक्स को खोया है जो अपने खुदा
से तेरी बाते करता था।

उसे किसी से मोहब्बत थी और वो
मैं नहीं था ये बात मुझसे ज्यादा उसे
रुलाती थी।

सोचता हु अब तुझे भूल जाऊ
तेरी यादो से इतना दूर जाउ
तू चाहकर भी मुझे ढूंढ न सका
मैं इस कदर खो जाउ

एक दर्द है मुझे जीने नहीं देता
दिल सबर कर जाता है मुझे रोने नहीं देता
मैं उसका हु ये राज़ वो जानती है
वो किसकी है ये सवाल मुझे नहीं देता।

अच्छा हुआ की मैं निकल आया
बहुत भीड़ थी तेरे दिल में।

रब अगर मांगने से देता है तो
गुरुर करने से छीन भी लेता है।

मेरे बाद किसी को अपना बनाकर देख
लेना तेरा ही दिल तुझसे कहेगा यार उसकी
बफा की बातें कुछ और थी।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

मुझे घर बनाना है पैसे भी कमाना है
ऐसा है की मोहब्बत रहने देते हैं।

रिश्ते दिल में हो तो तोड़ने से भी नहीं
टूटते रिश्ते दिमाग में हो तो जोड़ने से
भी नहीं जुड़ते।

मेरा हर दिन तेरा हर रात से अच्छा होगा
मेरी हर बात तेरी सायरी से अच्छा होगा
मेरा ज़नाज़ा तेरे बारात से अच्छा होगा

जिसका बनने के लिए खुद को बदला मैंने
वक्त आने पर वो खुद बदल गया।

एक नाम हर रोज याद आता है
कभी सुबह तो कभी शाम याद आता है
सोचते हैं की करलें दूसरी मोहब्बत
फिर दूसरी मोहब्बत का अंजाम याद आता है।


न याद रखना तुम हमे न हम नजर आएंगे
न पहचान सकोगे तुम हमे हम इस कदर
गुजर जायेंगे।

बहुत सौक था हमे उससे दिल लगाने की
सौक सौक में हमने अपने ज़िंदगी बर्वाद कर ली।

कोशिस तो ये है की मैं मुस्कराउँ सदा
क्योकि दर्द लिखने के लिए उदास ज़रूरी है।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

उम्र भर ग़ालिब ये भूल करता रहा
धूल चेहरे पर थी और आईना साफ़ करता रहा।

कुछ तो संभाल के रखते मुझे भी
खो दिया तुमने दर्द में भी आवाज़ होती है
मुझे गौर करना इन आवाज़ों में।

सिर्फ बहाने की तलाश में रहते हैं
निभाने वाले भी जाने वाले भी।

उसने बहुत गुरुर से कहा था की तुम
जैसे बहुत मिलेंगे हमने मुस्कुरा के
कहा हम जैसे की ही तलाश क्यों।

जिस ज़ख्म से खून न निकले
समझ लेना की अपनों ने दिया है
ज़ख्म पे ज़ख्म दर्द पे दर्द मिलता जा रहा है
ए ज़िंदगी तेरा इरादा क्या है।

थोड़ी मोहब्बत तो उसे भी होगी मुर्सद
इतना वक्त सिर्फ दिल तोड़ने के लिये
कोन वरवाद करता है।

अंदर से कब के मर चुके हैं ए मौत
अब तू भी आजा लो सबूत मांगते हैं।

जिसे चाहा जाय उसे पाया जाय ये ज़रूरी तो नहीं
हर ज़ख्म दिखाया जाय ये ज़रूरी तो नहीं।

समझ नहीं सके तुम्हारे इरादे वेबकूफ थे हम
तुम किसी और में और तुझमे मसरुफ थे हम।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

वो कहते हैं मेरे साथ रहो मेरे आसपास रहो
मेरे इसक में दिन रात रहो मतलब बर्वाद थे
बर्वाद हैं और बर्वाद रहो।

हमने तुम्हे देखा ही नहीं हम क्या ईद मनाये
जिसने तुम्हे देखा उसे बाद मुबारक।

वो बात करने पर नहीं राजी नाराज़ है
हम उनसे ईद में मिलने की हसरत लिए बैठे हैं।

ए ईद तुम्हे मैं क्या बताऊँ मैंने
ऐसे भी लोग भी खोये हैं जो
मेरी ईद हुआ करते थे।

मेरा इसक ले गया मुझे खुदा के करीब
तुझे पाने की जींद में मैंने सज़दे बढ़ा दिए।

खुवाईश तो न थी किसी से दिल लगाने की
किसमत में दर्द लिखा था मोहब्बत कैसे न होती।

तुम मेरी आखड़ी मोहब्बत हो
अब जिसे भी होगा तमाशा ही होगा।

तेरी आँखों की कशिश कैसे तुझे समझाऊ
मेरी जान इन चरागों ने मेरी नीड उड़ा रखी है

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

जब से तुम्हे खोया है कुछ पाने का
मन ही नहीं है।

कभी मौका मिले तो सोचना ज़रूर
एक लापरवाह सकस तेरी इतनी परवाह
क्यों करता है।

तूने मेरी ज़िंदगी का मजाक बना रखा है
जाना है तो जाईये न ये आना फिर जाना
फिर जाके वापस आना क्या लगा रखा है।

मैं मरूंगा तो हँसते हुए मरूंगा क्योकि
मैं जीते जी रोया बहुत हु।

कल भी मुसाफिर था आज भी मुसाफिर हु
कल अपनों की तलाश में था आज अपनी
तलाश में हु।

कोई पूछ रहा है मेरे ज़िंदगी की कीमत
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्का सा मुस्कुराना।

दिन बुरे हैं ज़िंदगी तो नहीं सबर करो
सब कुछ अच्छा हो जाएगा।

वजह कुछ नहीं होती किसी को
याद करने की जो लोग दिल में
रहते हैं वो जुबान पे राज़ करते हैं।

तू पसंद तो है पर अब चाहिए
ही नहीं।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

ज़िंदगी का हर जख्म उसकी मेंहरवानी है
मेरी ज़िंदगी एक अधूरी कहानी है।
मिटा देता मैं सीने से हर दर्द
लेकिन ये दर्द उसकी आखड़ी निशानी है।


दिल टूटने के वाद लोंडा देवदास बन जाय
तो दुनियां हंसती है दिल टूटने के वाद बंदा
रेवेल बन जाय तो दुनिया के साथ मेहबूबा
की भी जलती है।

अपने दिल की सून अफवाहों से काम न ले
मुझे याद रख बेसक मेरा नाम न ले
तेरा बहम है की तुझे भुलऊँगा
मेरी पूरी सांस नहीं जो तेरा नाम न ले।

ज़िंदगी उस वक्त बदल गयी थी जब
वो लोग बदले जो ज़िंदगी हुआ करते थे।

कल भी मुसाफिर था आज भी मुसाफिर हु
कल अपनों की तलाश में था आज अपनी
तलाश में हु।

.

समझ जाएगी जीते जी वेवफाई क्या
होती है जब तुझपे बीतेगी।

और क्या चाहते हो इस दिल में मुकाम अपना
कह तो दिया मेरी पूरी कायनात हो तुम।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

धोखे के बाद भी उस पर एतवार किया है
मैंने भीड़ में खड़े होकर इजहार किया है
तुम क्या जानोगी हद मेरी मोहब्बत की
मैंने एक सक्स को एक तरफा प्यार किया है।

नेताओं ने ये कैसा हिन्दुस्तान कर दिया
बेजान इमारतों को भी हिन्दू मुसलमान कर दिया

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

मर के मिटटी में मिलूंगा खाद हो जाऊंगा मैं
फिर खिलूँगा साख पर आवाद हो जाऊंगा मैं
बार बार आऊंगा तेरी नजर के सामने।
और फिर एक रोज तेरी याद हो जाऊंगा मैं।

प्यार तभी करो जब निभा सको
बाद में मजबूरियों का सहारा लेकर
किसी को छोड़ देना अच्छी बात नहीं है।

वो लाख बार भी रूठती न तो
मैं उसे मना लेता क्या करू कोई
और पसंद आ गया था उसे।

एक दिन हम ऐसे सोयेंगे की
जागने वाले भी खूब रोयेंगे।

मुझे सिर्फ इतना बता दे राह देखु तेरी
या मर जाउ।

गम में हँसता हु तो लोग समझते हैं
रोना ही नहीं आता

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

तू पहली नहीं है जो इस दिल को तोडा है
तेरे बाद भी बहुत लोग आएंगे जो इस
दिल को दिखाएंगे।

इसक साड़ी उम्र चलता है बदल जाती है
महबूबा और आसिक जलता है।

तुम ज़रूरी थे ज़रूरत नहीं
हम ज़रूरत थे ज़रूरी नहीं।

अपना सब कुछ हार के लौट आये हो
न मेरे पास मैं तुम्हे कहता भी रहता था
दुनिया तेज है।

आप तो मेरे हर दर्द महसूस करने
का दावा किया करते थे आप सच में
मोहब्बत करते थे या मोहब्बत करने का
दिखावा किया करते थे।

आप कोन से दुनिया में रहते हैं
जहां दिल तोड़ने का धंधा
सिखाया जाता है।

.

कुछ दिल की मजबूरियां थी
कुछ किस्मत के मारे थे ,
साथ तो वो भी छोड़ गए
जो जान से प्यारे थे।

सायद वो मुझे भूल चूका है
वर्णा वो इतने दिन कभी
मुझसे दूर नहीं रहा है।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

हम आपसे मोहब्बत करते थे न
अब नफरत भी बेसुमार करेंगे।

जब तुम भी नहीं समझे तब समझ
आया यहाँ पर कोई किसी का दर्द
नहीं समझता।

किसी को फूल देना मोहब्बत नहीं
किसी को साड़ी ज़िंदगी फूल की
तरह रखना मोहब्बत है।

जिसकी चाहत थी मुझे तुम वो
सायद नहीं थे ,बात करबी है मगर
तुम मेरे मोहब्बत के लायक नहीं थे।

किसी को तलब मार गयी हमारी
कोई हमे पाकर भी खुश नहीं हुआ।

आईने पर नजर पड़ी एक दिन
मुझे कोई देखा देखा सा नजर आया।

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

कोन कहता है वो मेरे बगैर तनहा होगा
वो एक चराब है जो कहि जलता होगा।
वो तो रहता है मोहब्ब्बतो के देश में
उसे क्या खबर कोई उसे सोचता होगा।

आप बदले नहीं मेरी जान आपकी
असली चेहरा सबके सामने आ गया।

वो वक्त गुजारते रहे और हम
उनके आदि हो गए।

मूड ऑफ शायरी

कभी आकर देखना मेरे दिल में कि,
कितना फुर्सत से टुटा हैं यह आशियाना मेरा..!!

कसूर तो बहुत किये मैंने ज़िन्दगी में,
पर सज़ा वहाँ मिली जहाँ बेक़सूर थे हम..!!

मैं फिर से निकलुगा तालाश-ए-ज़िन्दगी में,
दुआ करना दोस्तों इस बार किसी से इश्क़ ना हो जाए..!

इंसान कितना भी खुशकिस्मत क्यों न हो,
उसकी कुछ ख़्वाहिशे अधुरी रह ही जाती है..!!

कसूर इतना ही है, हमें मोहब्बत थी उनसे, हमारा कसूर बस इतना सा था।

ना मेरा दिल बुरा था ना उसमे
कोई बुराई थी सब नसीब का
खेल है बस किस्मत मे जुदाई थी!

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

दर्द ए दिल को ताब आ जाए
जिसमे तुम हो काश कही
से वो ख़्वाब आ जाए!

Mood off होने के बाद दुनिया का हर शख्स
पता नही क्यो पराया-सा लगने लगता है!

तेरे साथ रहने की तमन्ना थी !!
वरना प्यार किसी से भी हो सकता है !!

कितना है प्यार का दीवान इस पागल इंसान में !!
कल ही जमानत हुई थी आज फिर थाने में है !!

आँसू तेरी यादो की कैद में है !!
तेरी याद आने से इन्हें जमानत मिल जाती हैं !!

नजरे बिछाकर मै तुम्हें यूँ हीं देखती रहुँ !!
जो दर्द छुपा रहे हो वो मै सहती रहुँ !!

अच्छा जीवन चल रहा था !!
फिर एक दिन वो कोई और हो गई !!

साले ने सारा मूड ऑफ कर दिया !!

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

Mood off shayari in Hindi (मूड ऑफ शायरी)

देखी है बेरुखी की आज हम ने इन्तेहाँ !!
हमपे नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए !!

अब हद हो रही है !!
बिना गलती के सजा मिल रही है !!

मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा !!
तू सिर्फ किमत बता मुस्कुराने की !!


अरे ना संघर्ष ना तकलीफ तो क्या मजा है जीने में !!
बड़े बड़े तूफान रुक जाते है जब आग लगी हो सीने में !!

वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल !!
उदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी !!

जिंदगी गुजर जाती है !!
दूसरों को प्यार जताने में !!

सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम !!
कभी वो भी तो पढ़ो जो हम कह नहीं पाते !!

जहर देता हैं कोई कोई दवा देता हैं !!
जो भी मिलता हैं मेरा दर्द बढ़ा देता हैं !!


न वो आ सके , न हम कभी जा सके ,
न दर्द दिल का किसीको सुना सके
बस खामोश बैठे है उसकी यादों में ,
न उसने याद किया न हम उसे भुला सके.

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