250+ सुंदरता पर शायरी हिंदी Shayari on Beauty in Hindi

सुंदरता पर शायरी हिंदी (Shayari on Beauty in Hindi)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है।

सुंदरता पर शायरी हिंदी Shayari on Beauty in Hindi

होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।

साहिबे-अक्ल हैं आप तो एक मसला हल कीजिये,
रुख-ए-यार नहीं देखा क्या मेरी ईद हो गयी।

साहिबे-अक्ल हैं आप तो एक मसला हल कीजिये,
रुख-ए-यार नहीं देखा क्या मेरी ईद हो गयी।

खूबसूरती बिखेर देने वालो को.
क्या जरुरत है सवरने की.
वो तो खुद कयामत है
उसे क्या जरुरत है तारीफ की.

तुम जरा सा कम खूबसूरत होते,
तो भी बहुत खूबसूरत होते।

तेरी सूरत को जब से देखा है,
मेरी आँखों पे लोग मरते हैं।

सारी दुनिया बदल गयी जाना,
तेरे तेवर मगर नहीं बदले।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

कुछ आपका अंदाज है कुछ मौसम रंगीन है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन है।

लफ्ज़ों की कमी हो गई है पास हमारे वरना,
काबिले तारीफ तो बहुत कुछ है आप में।

ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,
तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है।

क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।

कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।

ये चाँद सा रोशन चेहरा जुल्फों का रंग सुनहरा,
ये झील सी नीली आंखे कोई राज हैं इनमे गहरा,
तारीफ़ करू क्या उसकी जिसने तुम्हे बनाया।

आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,
सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँ
इस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम।

और भी इस जहां में आएंगे आशिक कितने,
उनकी आंखों को तुमको देखने की हसरत रहे।

इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।

हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।

हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,
ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।

अभी इस तरफ़ न निगाह कर
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ,
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना
तुझे आईने में उतार लूँ।

ख़ुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में,
बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया।

इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत,
मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले।

आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन,
मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।

ये बात, ये तबस्सुम, ये नाज, ये निगाहें,
आखिर तुम्हीं बताओ क्यों कर न तुमको चाहें।

गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,
निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।

तेरा अंदाज़-ए-सँवरना भी क्या कमाल है,
तुझे देखूं तो दिल धड़के ना देखूं तो बेचैन रहूँ।

तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।

हवाओं को चूमती जुल्फों को मत बांधा करो तुम,
ये मदमस्त हवाएं नाराज़ होती हैं।

ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।

तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
जी चाहता है की दिनभर तंग करता रहू !

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

तेरी तारीफ में कुछ लब्ज कम पड़ गए शायद?
वरना हम भी किसी ग़ालिब से कम ना थे।

बड़ी खूबसूरत नाज़ुक से हैं उनके ये होठ की क्या कहिये,
मानो पंखुड़ी हो इक गुलाब सी।

मुझे मालूम नहीं हुस्न की तारीफ,
मगर मेरी नजर में हसीन वो है जो तुझ जैसा ह.

आइने में क्या चीज़ अभी देख रहे थे,
फिर कहते हो खुदा की कुदरत नहीं देखी।

जन्नत का हर लम्हा दीदार किया था
माँ तुमने जब गोद मे उठाकर प्यार किया था

तेरी आँखों के खूबसूरती में डूब जाऊ मै.
धीरे धीरे तेरी तारीफ करता चला जाऊ मै.

मैं फना हो गया उसकी एक झलक देखकर
ना जाने आइने पर हर रोज क्या गुजरती होगी

रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,
वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

तेरी खाई हुई मेरे सर की झूठी कसमें
अब मुझे अक्सर बीमार रखती हैं

देख कर तेरी आँखों को मदहोश मै हो जाता हूँ.
तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पता हूँ.

हुस्न दिखा कर भला कब हुई है मोहब्बत,
वो तो काजल लगा कर हमारी जान ले गयी।

तुम आईना क्यूं देखती हो?
बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखों को.

अच्छे लगे तुम सो हमने बता दिया,
नुकसान ये हुआ कि तुम मगरूर हो गए।

बिल्कुल चांद की तरह है
नूर भी, गुरुर भी, दूर भी

बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा और छुआ तो ख्वाहिशे पूरी हुयी।

कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,
पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।

हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का,
कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो?

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

बिजलियों ने सीख ली उनके तबस्सुम की अदा,
रंग ज़ुल्फ़ों की चुरा लाई घटा बरसात की।

चुपचाप चले थे जिंदगी के सफर में
तुम पर नजर पड़ी और गुमराह हो गए

धीरे से लबों पे आया एक सवाल है
तू ज्यादा खूबसूरत ये तेरा ख्याल है

तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा रहता
खबर तो रहती अभी सफर कितना तय करना है

मेरा हर लम्हा ज़िन्दगी का संवर जाये,
अगर तेरे साथ ज़िन्दगी प्यार से गुज़र जाये।

ये रूठना अच्छा लगता है बार बार मुझे तुमसे,
मनाने मे मुझ पे तेरा प्यार बरस जाता हैं।

ये जो निगाहों से हमारे दिल को हलाल करते हैं,
करते तो वैसे जुर्म हो लेकिन कमाल करते हो

अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

बातें दिल की बोलती है आंखें
इसलिए जुबां को कैद किया है

स घड़ी देखो उनका आलम
नींद से जब हों बोझल आँखें,
कौन मेरी नजर में समाये
देखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें।

स घड़ी देखो उनका आलम
नींद से जब हों बोझल आँखें,
कौन मेरी नजर में समाये
देखी हैं मैंने तुम्हारी आँखें।

हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कारा देना,
हसीनो को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।

बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है
हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है।

तेरे इश्क की जंग में, हम मुस्कुराके डट गए,
तलवार से तो बच गए, तेरी मुस्कान से कट गए

होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता.
तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.

तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू?
अपने दोस्त को क्या सौगात दू?
कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मँगवाता,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू?

तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,
मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।

महक़ रहा है चमन की तरह वो आईना
कि जिस में तूने कभी अपना रूप देखा था

इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो?
इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो?
कितनी आसानी से जान ले लेते हो।

तेरी तस्वीर सामने रख कर हम आँखें खोला करते है हर सुबह,
अपनी क़िस्मत को किसी और के हवाले कैसे कर दूँ

ज़रा स्माइल रखो चेहरे पे… क्यूँकि,
रात में सपनों को हँसते हुए चेहरे पसंद हैं

कहाँ से लाऊँ वो लफ्ज़ जो सिर्फ तुझे सुनाई दे ,
दुनियाँ देखे अपने चाँद को मुझे बस तूही दिखाई दे ।

मैं भी ठहरूं किसी के होंठों पर
क़ाश मेरी ख़ातिर….दुआ करे कोई

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

ना रंग से रंगीन हुए, ना भंग से हुए मदहोश
डाली जो उसने तिरछी नज़र फिर कहाँ रहा कुछ होश,,

कुछ नशा तो आपकी बात का है
कुछ नशा तो आधी रात का है
हमे आप यूँ ही शराबी ना कहिये
इस दिल पर असर तो आप से मुलाकात का है

दिल में छुपा कर पुरे जग में ढूंढते हो
बडी कातिल लगती हो जब पूछती हो कहाँ हो

सुना है रब कि कायनात में,एक से बढ़कर एक चेहरे हैं…
मगर मेरी आँखों के लिए सारे जहाँ में, सबसे खुबसुरत सिर्फ तुम हो

क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना, दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना,
ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी, ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना |

तुम आओगी तो फुलों की बरसात करेंगे
मौसम के फरिश्तों से मेरी बात हुई है..

हल्की हल्की मुस्कुराहटें और सनम का खयाल
बड़ा अजीब होता है मुहब्बत करने वालों का हाल

तुम अपनी पायल की झंकार ना सुनाया करो
हमारे दिल में.तुम्हारी यादों के घुँघरू बजने लगते हैं

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

बहुत खूबसूरत वो रातें होती थी..!!
जब तुमसे दिल की बातें होतीं थी..

एक इंच भी छोड़ने का मन नहीं करता…!
किसी झगड़े की ज़मीन सी लगती हो तुम……

मेरी किस्मत की लकीरों का तुम ताज बन जाओ…
कल की बात छोड़ो तुम मेरे आज बन जाओ…

जब भी वो मुस्कुराते हैं,
उसे देख लोग खुश हो जाते हैं,
क्या कहना उनकी उस मुस्कान का,
ऐसा लगता है मानो बंद होंठों से अल्फाज निकल आते हैं।

फना हम तो हो गए आंखे उनकी देखकर,
आइना ना जाने वो कैसे देखते होंगे।

कहां तक लिखूं एक ताजा शायरी आपके लिए,
आपके हुस्न में तो रोज एक नई बात हुआ करती है।

अंदाज़-ए-सँवरना तेरा भी क्या कमाल है,
देखूं तो तुझे दिल धड़के अगर देखूं ना तो बेचैन रहूं।

क्या एक लाइन में तारीफ तेरी लिखूं,
जो देखे पानी भी तुझे तो, प्यासा हो जाये।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

जिंदगी को कामयाब बनाना चाहते हो ,
तो एक बात जरूर याद रखना
बेशक पांव फिसल जाए
पर जुबान कभी फिसलने ना देना

मोहब्बत हो टकरार हो,
जो न देखूं तेरा चेहरा तो दिल बेकरार हो,
समा ना सके किसी शब्दों में,
ऐसा हमारे बीच प्यार हो ।

जितना प्यारा चेहरा,
अदाएं भी उतनी ही खूबसूरत है,
सीरत की क्या तारीफ करूं,
मुझे भाती है तुम्हारी सूरत ।

आंखें मुझसे चुरा कर जब मुस्कुराती हो तुम,
सुंदर को और ज्यादा सुंदर बना देती हो तुम ।

जो अपने दिमाग को नहीं बदल सकते ,
वो कुछ भी नहीं बदल सकते

हुआ है कुछ तो मेरी इन आंखों के साथ,
चेहरे से जो तुम्हारी यह हटती ही नहीं ।

दिलों में आग और होठों पर गुलाब रखते हैं,
अपने चेहरे पर यहां सब दो नकाब रखते हैं।

कितने चेहरों पर चेहरे होते हैं,
कितने गहरे लोग अंदर से होते हैं।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

चाहत है सबको तो एक सिर्फ खूबसूरत चेहरे की,
दिल से दिल कभी खूबसूरत मिला कर तो देखो।

जब सामने तेरा चेहरा आया,
उसे देख मेरा दिल मुस्कुराया,
करता हूं उस खुदा का शुक्र,
जिसने मुझे तुझसे ऐसे मिलाया।

खुदा ने ढाया है जुल्म हम दोनों पर,
तुम्हें हसीन हुस्न और मुझे तेरा इश्क देकर।

तुम्हारी इस सादगी का क्या मिसाल दूं
इस सारे जहां में तुम बेमिसाल हो।

तुम्हें अपने हुस्न को संवारने की क्या जरूरत है,
सादगी में भी तुम कयामत की अदा रखती हो।

उसके किताबों में हैं होठ लिखी तहरीरों जैसे,
ऊंगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।

कुछ तो यारो जिक्र करो, उनकी बाहों की कयामत का,
सिमटते हैं जब भी हम उनमें तो एहसास होता है जन्नत का।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

मत कर ऐ बागबां शिकवा गिला गुलाबों की बेनियाजी पर,
जो भी हसीन होते हैं, मगरूर जरा होते हैं।

जिसमें हो वफा माशूक वह कहां से लाऊं,
मुश्किल है यह कि सितम याद हसीं हो न हो।

जब तुम खुद को आईने में देख रहे थे,
ऐसा लगा घर में हम चांद को देख रहे थे।

इस इस खूबसूरती का क्या जवाब दूं?
दोस्त को अपने क्या सौगात दूं?

कोई फूल अच्छा सा होता तो माली से मैं मंगवाता,
खुद जो गुलाब है उसको क्या मैं गुलाब दू?

दिल में तुम आके हमारे तुम घर बनाए बैठे हो,
ख्वाबों में तुम अपना डेरा बसाए बैठे हो।

ये मत पूछना हमसे की हम दीवाने क्यों हैं तुम्हारे,
ये जान लो बस तुम कि अपनी अदा से हमारा दिल चुराए बैठे हो।

आंखों में आंसुओं की लकीर बन गई,
जो देखा तुम्हारा चेहरा तो हमारी तकदीर बन गई।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

सिर्फ हमने तो रेत में यूं उंगलियां घुमाई थीं,
देखा तो गौर से आप की प्यारी तस्वीर बन गई।

मुस्कुराहट से अपनी सबके होश उड़ा देती हो,
हम होश में कैसे आएं, तुम फिर मुस्कुरा देती हो।

तुम इतने प्यार से कैसे मुस्कुरा लेते हो,
कातिलाना हुस्न के साथ तुम कैसे तुम शर्मा लेते हो?

इस तस्वीर में जिसका चेहरा है,
मेरे दिल में अब उसी का पहरा है,
देखकर लगता है तस्वीर को उसकी,
जैसे कि उससे कोई गहरा रिश्ता है।

उफ्फ ये नज़ाकत ये शोखियाँ ये तकल्लुफ़,
कहीं तू उर्दू का कोई हसीन लफ्ज़ तो नहीं।

हसीं तो और हैं लेकिन कोई कहाँ तुझ सा,
जो दिल जलाये बोहोत फिर भी दिल-रुबा ही लगे..!!

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तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
हुजूर लाज़िमी है महफिलों में बवाल होना,
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।

इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले..!!

तुझको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा,
चाँद कहता रहा मैं चाँद हूँ… मैं चाँद हूँ…।

हम उससे थोड़ी दूरी पर हमेशा रुक से जाते हैं,
न जाने उससे मिलने का इरादा कैसा लगता है,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।

वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो,
उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया हूँ।

ये उड़ती ज़ुल्फें और ये बिखरी मुस्कान,
एक अदा से संभलूँ तो दूसरी होश उड़ा देती है।

हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे,
ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँ
इस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम।

इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको​,​
​​कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी​।

हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।

ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें
तुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आँखो से आकर पूछो
कितने लाजवाब हो तुम।

उनके हुस्न का आलम न पूछिये,
बस तस्वीर हो गया हूँ, तस्वीर देखकर।

हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का,
कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो?

आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन,
मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।

ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,
तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।

अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा वो ख्वाहिश जाती रही।

कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,
पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।

नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर,
कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नहीं देता।

नहीं भाता अब तेरे सिवा किसी और का चेहरा,
तुझे देखना और देखते रहना दस्तूर बन गया है।

अंदाज़ अपना देखते हैं आईने में वो,
जुल्फें संवार कर कभी जुल्फें बिगाड़ कर।

मैं तो फना हो गया उसकी एक झलक देखकर,
ना जाने हर रोज आईने पर क्या गुजरती होगी।

क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,
फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

Shayari on Beauty in Hindi (सुंदरता पर शायरी हिंदी)

इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा,
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।

बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है
हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है।

बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है
हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है।

सरक गया जब उसके रुख से पर्दा अचानक,
फ़रिश्ते भी कहने लगे काश हम भी इंसान होते।

ख़ुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में,
बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया।

होश-ए-हवास पे काबू तो कर लिया मैंने,
उन्हें देख के फिर होश खो गए तो क्या होगा।

चाँद आहें भरेगा, फूल दिल थाम लेंगे,
हुस्न की बात चली तो, सब तेरा नाम लेंगे।

कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा,
नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।

कुछ मौसम रंगीन है कुछ आप हसीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।

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