Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो,
ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो !
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई,
लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई !
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है !
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है !
सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में,
अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में !
कोई रंग नहीं होता बारिश के पानी में,
फिर भी फ़िजा को रंगीन बना देता है !!
अब कोन घटाओ को घुमड़ने से रोक पायेगा,
जुल्फ जो खुल गयी तेरी लगता हैं सावन आयेंगे !
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई
लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई..!
तुम्हारे चेहरे का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं थोडा लुफ्त उठा लू अगर बुरा न लगे !!
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
नैनों से अब बारिश होती है
मेरी पलकों के कोनों से नींद रोती है मेरी !!
हमारे शहर आ जाओ सदा बरसात रहती है
कभी बादल बरसते है कभी आँखे बरसती है !!
कोई रंग नहीं होता बारिश के पानी में
फिर भी फ़िज़ा को रंगीन बना देता है !!
मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं
साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को ‘अंजुम’
तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई
दफ़्तर से मिल नहीं रही छुट्टी वगर्ना मैं
बारिश की एक बूँद न बे-कार जाने दूँ
अब के बारिश में तो ये कार-ए-ज़ियाँ होना ही था
अपनी कच्ची बस्तियों को बे-निशाँ होना ही था
फ़लक पर उड़ते जाते बादलों को देखता हूँ मैं
हवा कहती है मुझ से ये तमाशा कैसा लगता है
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
एक तो ये रात, उफ़ ये बरसात, इक तो साथ नही तेरा, उफ़ ये दर्द बेहिसाब
कितनी अजीब सी है बात, मेरे ही बस में नही मेरे ये हालात।
Kahin Fisal Na Jao Jara Sambhal Ke Chalna,
Mausam Barish Ka Bhi Hai Aur Mohabbat Ka Bhi.
सतरंगी अरमानों वाले, सपने दिल में पलते हैं, आशा और निराशा की, धुन में रोज मचलते हैं,
बरस-बरस के सावन सोचे, प्यास मिटाई दुनिया की, वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते हैं।
इतनी शिद्दत से तो बरसात भी कम-कम बरसे, जिस तरह आँख तेरी याद में चम-चम बरसे,
मिन्नतें कौन करे एक घरोंदे के लिए, कह दो बादल से बरसता है तो झम-झम बरसे।
टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए
याद आई वो पहली बारिश
जब तुझे एक नज़र देखा था
मेरे दिल की जमीन बरसों से बंजर पडी है
मै तो आज भी बारिश का इन्तेजार कर रहा हूँ
कभी बेपनाह बरस पडी, कभी गुम सी है,
यह बारिश भी कुछ – कुछ तुम सी है।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
कहीं फिसल न जाओ जरा संभल के चलना
मौसम बारिस का भी है और मोहब्बत का भी
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।
मुझे मार ही ना डाले इन बादलो की साज़िश
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो !
मौसम चल रहा है इश्क का साहिब
जरा सम्भल कर के रहियेगा !!
बारिश में चलने से एक बात याद आती है,
फिसलने के डर से वो मेरा हाथ थाम लेता था।
मेरी महफ़िल में नज़्म की इरशाद अभी बाकी है,
कोई थोड़ा भीगा है, पूरी बरसात अभी बाकी है।
सुना है बारिश में दुआ क़बूल होती है
अगर हो इज्जाजत तो मांग लू तुम्हे ?
भला काग़ज़ की इतनी कश्तियाँ हम क्यों बनाते हैं,
न वो गलियाँ कहीं हैं अब न वो बारिश का पानी है.
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
अब कौन घटाओ को, घुमड़ने से रोक पायेगा,
ज़ुल्फ़ जो खुल गयी तेरी, लगता है सावन आयेगा.
बारिश की तरह तुझ पे बरसती रहे खुशियां,
हर बूँद तेरे दिल से हर एक गम को मिटा दे।
सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में, ज्यादा भीगना मत.
अगर धूल गई सारी ग़लतफहमियां, तो फिर बहुत याद आएंगे हम।
मैंने उस से पुछा क्या धुप मे बारिश होती है, ये सुन कर वो हँसने लगी,
और हँसते हँसते रोने लगी, फिर धुप में बारिश होने लगी।
किस मुँह से इल्ज़ाम लगाएं बारिश की बौछारों पर,
हमने ख़ुद तस्वीर बनाई थी मिट्टी की दीवारों पर.
मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुझपे बरस जाऊं,
तुझे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए।
कच्चे मकान जितने थे बारिश में बह गए
वर्ना जो मेरा दुख था वो दुख उम्र भर का था
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर,
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
दिल को एक हजार चीखें चिल्लाने दो,
जो तुम्हारा नहीं है उसे जाने दो।
तनहाई का आलम, बड़ा ही सुहाना था…
कुछ उनकी याद थी, बाकी बारिश का जमाना था।
पहले बारिश होती थी तो ✧ याद आते थे ,
अब याद आते हो ✧ तो बारिश होती है ✧
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है
ज़रा ठेहरो के बारिश है ये थम जाए तो फिर जाना
किसी का तुझको छु लेना मुझे अच्छा नहीं लगता
सुना है बाजार में गिर गए हैं दाम सारे इत्र के
बारिश की पहली बूंदों ने आज मिटटी को छुआ है
वो मेरे रू-ब-रू आए भी तो बरसात के मौसम में
मेरे आँसू बेह रहे थे और वो बरसात समझ बैठे
एक हम हैं जो इश्क़ कि बारिश करते है,
एक वह हैं जो भीगने को तैयार ही नहीं।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बरसात की भीगी रातों में, फिर से कोई सुहानी याद आई,
कुछ अपना जमाना याद आया, कुछ उनकी जवानी याद आई।
जितनी बारिश की बूंदे बरस रही है
बस इतना ही प्यार है मुझे तुमसे
इन्द्र धनुष का मज़ा लेना है,
तो बारिश तो झेलनी होगी।।
तुझसे अब बात तक करने को तरस गए है हम,
बिन मौसम हुई बारिश की तरह बरस गए है हम।।
खुश हो जाते होंगे लोग ओस की चंद बूंदों से जनाब,बारिश के मौसम को साथ ले आना हमारी एक मुस्कान के लिए।।
आखिर क्यों नम हो जाते है ऐसे मौसम,
लगता है दिल बादलों का भी टूट चुका है।।
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने,
लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई
साथ भीगे बारिश में ये अब मुमकिन नहीं,
चलो भीगते हर यादों में हम कहीं तुम कहीं।।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी इन हिंदी]
कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है,
यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है।।
शर्म ने बहुत पानी पानी हुआ वी छाता,
तुम्हारे साथ भीगने के लिए जिसे दराज में छिपाया था।।
टिप टिप करके आई बारिश हैं पिंकी को नहाने की ख्वाइश
मम्मी जमकर डाट लगाएगी जब पिंकी कीचड़ में नहायेगी
सावन की हर बौछार सुहानी लगती हैं क्यूंकि उसने तेरे होठों को छुआ था
आज हम उन्हीं बूंदों को ढूंढ रहे हैं जो कभी तेरे लबो पर गिरा था
हुई जब बारिश आज तो दिल मचा रहा है शोर
ढूंढ रहा हूँ अपनी राधा बनकर मैं माखन चोर
जैसी ही हुई आज बरसात तो किसी ने किया मुंह साफ़
किसी ने धोये अपने हाथ जिंदगी ऐसे ही तो होवे टाइम पास
बादलों का हुआ है आना जाना छाता लेकर मिलने का ढूंढों बहाना
है मौसम सुहाना दिल दीवाना बन जायेगा देखो अपना फ़साना
ज़रा ठहरो , बारिश थम जाए तो फिर चले जाना,
किसी का तुझ को छू लेना मुझे अच्छा नहीं लगता.
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
“Brish ki Bundo me Jhlkti Hai Tasveer Unki Aur
Hum Unse Milne Ki Chahat Me Bhig Jate Hai..।“
“Khusnasib Hote Hai Badal, Jo Dur Rahkar Bhi Zamin Par Braste Hai,
Aur Ek Badnasib Hum hai. Jo Ek Hi Duniya Me Rahkar Bhi Milne Ko Traste..।”
“Jab jab Garjte Hai Ye Badal Mere Dil Ki Dhankan Bad jati Hai,
Aur Mere Dil Ki Har Ek Dhakan Se Awaz Aati Hai Tum Kaha Ho?
En Ankho Se Din Rat Barsat Hogi,
Agar Jingi Sirf E Jazbat Hogi..।“
जब-जब बादल बरसता है,
सनम से मिलने को दिल तरसता हैं.
हम जागते रहे दुनिया सोती रही,
इक बारिश ही थी, जो मेरे साथ रोती रही.
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल
वरना शौक तो आज भी हैं बारिशो में भीगने का.
दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बारिश से मोहब्बत मुझे इस कदर है,
वो बरसता उधर है, धड़कता दिल मेरा इधर है.
बरसती बारिशों से बस इतना ही कहना है,
के इस तरह का मौसम मेरे अंदर भी रहता है।
मुझे मालूम है तुमने बहुत बरसातें देखी हैं,
मगर इन्ही आँखों से सावन हार जाता है।
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी।
मासूम मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है,
कागज की कश्ती और बारिश का ज़माना है।
रिम झिम रिम झिम बरस रही हैं,
याद तुम्हारी कतरा-कतरा।
जब भी होगी पेहली बारिश तुमको सामने पाएँगे
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पाएँगे |
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है |
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
उस को भला कोई कैसे गुलाब दे, जिसके आने से
बारिश का मौसम और गुलाबी हो जाता है
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है!!
कितना कुछ धुल गया आज इस बारिश में
हाँ तुम्हारी यादों के पन्ने भी धुल गए इस बारिश में !!
Ek gujarish hai tujhse zara ruk ke barasna,
Aa jaaye jab mera mehboob to phir jamm ke barasna
Mausam Hai Barish Ka Aur Yaad Tumhari Aati Hai,
Barish Ke Har Qatre Se Awaz Tumhari Aati Hai.
कुछ तो चाहत होगी इन बूँदों की भी,
वरना कौन छूता है… इस जमीं को उस आसमान से टूट कर!
ये तो महज़ एक छोटी सी शुरुआत है,
अभी तो बाकी पूरी बरसात है,❣️
बरसात भी अब साहूकार सी हुई,
जब देखो तब आसूंओं से ब्याज लेती है।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बहुत प्रेम भरा है , इन कच्चे मकानों के दिलों मे,,,,,,,,,,,
बरसात के पानी को भी अपने अन्दर जगह दे देते हैं ।।
अब ना तुम साथ हो, बस एक यादों की बरसात हो,
जो बस भिगाये ये मनन मेरा, चाहे शाम हो या सवेरा.
उसे देखते ही पता नहीं क्यू धुआं धुआं हो जाता हूं……
बंजर रण सा मै बरसात की बारिश बन के बरस जाता हूं…..
ये बरसात मुझे कुछ यूँ तेरी याद दिला जाती है…
सामने तू ना हो फिर भी तेरा एहसास जता जाती है…
ये बरसात की बुंदे बहुत कुछ कह जाती है,
पल दो पल मे ये बंद भी हो जाती है|
बारिश इतनी हुई की तमाम शहर धुल गया,
बस एक तेरे इश्क़ का रंग ही मुझसे न उतरा।
अभी तो खुश्क़ है मौसम,बारिश हो तो सोचेंगे
हमें अपने अरमानों को,किस मिट्टी में बोना है.!!
पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हम से
लो अब गिन लो… बारिश की ये बूँदें
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
भीगे मौसम की भीगीसी शुरुआत.. भीगीसी याद भूली हुई बात.. वो भीगीसी आँखे.. वो भीगा हुआ साथ.. मुबारक हो आपको..आज की खूबसूरत बरसात…
आसमान में काली घटा छायी है, आज फिर गर्लफ्रेंड ने 2 बातें सुनाई है, दिल तो करता है सुधर जाऊं मगर, बाजूवाली आज फिर भीग के आई है.. हैप्पी मानसून…
भीगी मौसम की भीगी सी रात भीगी सी याद भुली हुई बात भुला हुआ वक्त वो भीगी सी आँखें वो बीता हुआ साथ मुबारक हो आप को साल की पहली बरसात…
हर जगह राजनीति चल रही है। आलम यह है कि अब तो ठंड और
बारिश ने भी गठबंधन करके सरकार बना ली है। बेचारी गर्मी अल्पमत में हो गई।
उसने मुझसे पूछा: तुम मेरे लिये क्या कर सकते हो?
और इतनी ठंड मे मैने एक मिनट के लिये अपने उपर से रजाई हटा दी।
इस ठण्ड में ग़ालिब का नया शेर: खुद को कर बुलंद इतना कि,
हर सुबह घूमने निकले; वहाँ खुदा खुद आकर पूछे, बता तेरी रजाई कहाँ है?
धूप निकल आई है! जिस-जिस को अपनी चड्डी
सुखानी हो वो सुखा ले। बाद में शायरियाँ मत करना।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बारिश का मौसम भी कुछ ख़ास था…,तेरा मिलना भी एक एहसास था,
मिलते थे बारिश में यू रोज हम…,ओ मिलके दूर जाना हमको रास ना था।
तेरा पहली बारिश में मिलना..,फिर दोनो का साथ चलना,
आज भी याद आता है..,ओ बारिश का महीना।
आज मेरी पूरी हुई ख़्वाहिश,
दिल ख़ुश करने वाली हुई बारिश.
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए,
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है।
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे मोसिन,
तन्हा तो मेरी ऑंखें हर रोज़ बरसाती हैं।
आज फिर मौसम नम हुआ मेरी आँखों की तरह,
शायद बादलो का भी दिल किसी ने तोड़ा होगा।
खुद भी रोता है मुझे भी रुला के जाता है,
ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला के जाता है।
ये बारिशें भी कम जालिम नहीं “यादों की बौछार” तुम्हारी,
और इंतज़ार में जज़्बात मेरे सीलन खाते हैं।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए,
प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।
एक हम हैं जो इश्क़ कि बारिश करते है,
एक वह हैं जो भीगने को तैयार ही नहीं।
वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।
Teri bewafai ko odhkar ghar se niklta hu aajkal
Warna shouk aaj bhi hai baarish me nahaane ka
Banke badal zara mujh par barso Naa hame tarsao naa khud tarso
Intezaar abb humse nahi hota Abb bohot ho gaya kal parso tarso
कहीं फिसल ना जाओ जरा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी।
जब भी होगी पहली बारिश, तुमको सामने पायेंगे,
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।
कभी बेपनाह बरस पडी, कभी गुम सी है,
यह बारिश भी कुछ – कुछ तुम सी है।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
यूँ तो ख़्वाहिशें बहुत थी दिल को बारिशो की,
अबके बरस अश्को से रू-ब-रू इरादे धूल गये।
ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर,
बारिश हो तो भीग जाया कर।
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है,
बारिश के हर कतरे से आवाज तुम्हारी आती है।
ये मौसम बारिश का अब पसंद नहीं मुझे,
आंसू ही बहुत हैं मेरे भीग जाने के लिए।
जाने क्यू बारिश जब भी होती है,
मेरे अंदर तेरी याद छुप छुप कर रोती है..!
काश मेरी जिंदगी में कोई ऐसा आता,
मैं बारिश में भी रोता तो वो मेरे आंसू पढ़ जाता।
हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को,
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।
अब कौन से मौसम से कोई आश लगाये,
बरसात में भी याद ना जब उन को हम आए।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
बरस रही थी बारिश बाहर
और वो भीग रहा था मुझ में
मौसम है लुभावना हो जाता,जब बारिश का आना हो पाता.
मुस्कुराने लगता हर एक इंसान,जैसे बेजान में भी आ जाये प्राण.
छत टपकती है उसके कच्चे घर की,
वो किसान फिर भी बारिश की दुआ करता होगा.
अश्रु से मधुकण लुटाता आ यहाँ मधुमास!
अश्रु ही की हाट बन आती करुण बरसात!/
बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर,
आज फिर भीग बैठे है उसे पाने की चाहत में।
बारिश सुहानी और मोहब्बत पुरानी,
जब भी मिलती है नई सी लगती है।
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।
बरिश हो अगर उसमे तुम ना हो
तो फिर बरिश का मजा नहीं आता।
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
Khawish yahi hai ke akale me Unse mulakat ho,
Jab bhi ye pyar bhari mousam ke barshat ho…
Shikwa ab tujhse kya kare,
Teri yado ki barish ne he tabahi macha rakhi hai…
Suhane mausam aur tera deewana hu me,
Intzar dil se dono ka karta hu me…
Kabileyat apni kis kis ko sunata firu,
Barasne wala badal hu me garajne wala nahi…
Ab to barshat ke rato me badan tutta hai,
Angdai jab bhi tere khawish ke lete hai…
बारिश की इन बूंदों में गुमसुम सा हो गया में,
सावन भी क्योंकि अब लगने लगा है तुम में ।।
सुना है बारिश में दुआ क़बूल होती है,
अगर हो इज्जाजत तो मांग लू तुम्हे?
पन्नें उलटे उम्र के पलट गयी बरसात !!
आँखों आँखों में कटी कल की भीगी रात !!
Shayari On Rain In Hindi [बारिश पर शायरी हिंदी]
ज़रा ठहरो बारिश थम जायेतो फिर चले
जानाकिसी का तुझ को छू लेनामुझे अच्छा नहीं लगता.
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने,किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है।
रास्तो में सफ़र करने का मज़ा आ जाता हैजब बारिश का सुहाना मौसम हो जाता है
रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे,बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं।
अब भी बरसात की रातों में बदन टूटता है,जाग उठती हैं अजब ख़्वाहिशें अंगड़ाईयों की।
सहमी हुई है झोपडी, बारिश के ख़ौफ सेमहलो की आरज़ू है के,बरसात तेज़ हो.