Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
जिद पे आ जाए , तो रुख मोड़ दे तूफानों के, तुमने तेवर नही देखे , अभी ‘तिरंगे’ के दीवानों के…!!
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है…!!
अगर करनी ही है मोहब्बत तो तिरंगे से कर, तेरी मौत पर भी साथ होगा वो तेरा कफ़न बन कर…!!
मेरे इश्क़ की बस इतनी सी निशानी है, रगों में लहू भी तीन रंग की कहानी है…!!
मेरी पहचान है कि मैं भारतीय हूँ, और मेरी इबादत मेरा तिरंगा है…!!
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो, होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो…!!
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है, हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है…!!
तिरंगें से लिपटकर बदन कई लोग आज भी आते हैं, तब जाके हमलोग यू ही नहीं इस आजादी को मनाते हैं…!!
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
उसे मेरी मोहब्बत पर शक था, और मेरे जहन मे तिरंगा हर वक़्त था…!!
दे दिया उसने अपने प्राणों का बलिदान, ताकि तिरंगे की कम ना होने पायें सम्मान…!!
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है…!!
आज भी कई सैनिक तिरंगे में लिपटकर आते है, फिर क्यों लोग आजादी की कीमत नही समझ पाते है…!!
Har Ghar Tiranga Quotes Wishes Message
अलग है भाषा, धरम, जात और प्रान्त, भेष, परिवेश
पर सबका एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ
Har Ghar Tiranga Hindi Shayari Status
हर रोज न सही मगर आज तो ये काम करें
जहाँ भी तिरंगा दिखे सर उठाकर सलाम करें
Tiranga Shayari in Hindi
लाल और हरे को एक पट्टे में रहने दो
मेरे हिंदुस्तान को तिरंगे सा रहने दो
Meri Jaan Tiranga Hai Shayari
भगवा और हरा जब दोनों शांति (सफेद) से
मिलजुल कर रहें तब जा कर तिरंगा बनता है
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
Tiranga jhanda Ki Shayari
शहीदों का कफन हूं, शहादत -ए -वतन हूं
तीन रंगों में रंगा अमन हूं, शहादत की आग में जला हूं
आजादी के असफ़ार में बड़ी दूर तलक चला हूं
तिरंगा शायरी 2023 इन हिंदी
आन देश की ओर शान देश की
देश की हम सब संतान हैं
तीन रंगों से रंगा हुआ तिरंगा
यह हम सब की पहचान हैं
कुछ नशा तिरंगे की आन है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है |
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा झंडा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है ||
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये| |
ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में भी लिपट कर
सोने में सिमटकर मरे हैं कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
तुलना हो आचरण की तो गंगा के साथ हो,
बलिदान की हो जब तो पतंगा के साथ हो,
इस से भी बड़ी कामना यही है हमारी
अंतिम सफर हो जब तिरंगा के साथ हो।
तीन रंगों में रंगा हुआ
सारे जग से न्यारा है,
सुनो तिरंगा हमें हमारे
प्राणों से भी प्यारा है।
ये कोई कागज का टुकड़ा नही,
तिरंगा तो मेरे जिगर का टुकड़ा है.
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
हवायें भी कुछ देर रूक कर सलाम करती है,
फिर राष्ट्रध्वज तिरंगे को लहराने का काम करती है.
स्वास्थ्य, सुख और शन्ति सबके जीवन में लाएंगे,
पूरी दुनिया में तिरंगे झंडे को कुछ तरह लहरायेंगे।
सोता हूँ पत्थर पर वतन के लिये
टकराता चट्टानों से चमन के लिये
तुम जियों,आलीशान जीवन के लिये
मैं जियूँगा,अपनी धरती गगन के लिये
सूटबूट नही चाहता, बदन के लिये
बस चाहता हूँ तिरंगा, कफ़न के लिये
आन तिरंगा, शान तिरंगा।
जन जन का अभिमान तिरंगा।।
तिरंगा घर के ऊपर लगाओ
या न लगाओ वो आपकी मर्ज़ी,
मगर 15 अगस्त के बाद ज़मीन पर
पड़ा तिरंगा उठाना ज़रूर।
यह भी असली देशभक्ति होगी।
चल निकले है सीना तान,
लिए तिरंगा हाथ में
भारत जोड़ो का लक्ष्य है,
जन-गण-मन है साथ में।
मेरी सांस तिरंगा है,
मेरी आश तिरंगा है,
जीवन का विश्वास तिरंगा है,
जीवन का एहसास तिरंगा है।
भगवा और हरा जब दोनों #शांति(सफेद) से
मिलजुल कर रहें तब जा कर #तिरंगा बनता है।
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
अगर अपनी #माँ का दूध पिया है
क्यों नहीं युद्ध के #मैदान में आता है
जो छिप कर वार करे हम पर
वह कायर “गीदड़” कहलाता है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे #दिल में है
देखना है ज़ोर कितना #बाज़ू-ए-क़ातिल में है
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा# कफन हो मेरा
जो लड़ा था #सिपाहियों की तरह
ऐसा भारत में कोई Eबादशाह ना हुआ
रूह तो हो गयी थी तंन से जुदा
हाथ ‘तलवार’ से जुदा ना हुआ..
लहराएगा तिरंगा अब सारे आस्मां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा #रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत
खूब बहती है, अमन की गंगा बहने दो…
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो…
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको…
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो
तिरंगा है आन मेरी
#तिरंगा ही है मेरी शान
तिरंगा रहे सदा ऊंचा हमारा#
तिरंगे से है #धरती महान मेरी
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
देश के लिए शहीद हुए
वीरों की गाथाएं गाता है,
देश की सीमा पर जब भी
तिरंगा शान से लहराता है।
लहराता है नील गगन में
ऊंची जिसकी शान है,
महज एक झंडा नहीं
तिरंगा देश की पहचान है।
इतनी सी बात हवाओ को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाए रखना
दे सलामी इस तिरंगे को
जिससे तेरी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक तुझमें जान है
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
दिल में जोश, खून में रवानी, मुल्क की पहचान है तिरंगे में
न झुका है, न झुकने देंगे, हमारी जान है तिरंगे में
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है।
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
तिरंगें से लिपटकर बदन
कई लोग आज भी आते हैं
तब जाके हमलोग यू ही नहीं
इस आजादी को मनाते हैं
75 साल हुए आजादी को चलो आज
फिर एकता दिखाते हैं, मिलकर
आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं.
ऐ मेरे वीरो गुलामी की जंजीरो
से आज़ाद कराया है
नया जीवन देकर तुमने
ममता का कर्ज चुकाया है
दिलसे तुमको सलाम करते हैं
आजाद वतन तुमने दिलाया है..
लोकतंत्र में रहना चाहें
सब अपने अपने ढंग से,
बना रहे हैं अपना Tiranga
सब अपने अपने रंग से..
रंग हरा हो या हो केसरिया,
इनसे ना अपनी पहचान रख,
है तू अगर सच्चा भारत वासी,
तो अपने दिल में Tiranga रख..
साथी हाथ बढ़ाना, मिलकर आगे बढ़ते
जाना मिलकर सभी ये आजादी का
अमृत महोत्सव मानना.
Lehrayega Tiranga Ab Neele Asmaan Par,
Bharat Ka Naam Hoga Sab Ki Jubaan Par,
Le Lenge Uski Jaan Ya De Denge Apni Jaan,
Koyi Jo Uthayega Aankh Hamare Hindustan Par.
Aan desh kee shaan desh kee,
Desh kee ham santaan hain,
Teen rangon se ranga tiranga,
Apanee ye pahachaan hai!
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
Alag hai bhaasha, dharam, jaat aur praant, bhesh, parivesh
Par sabaka ek hai gaurav raashtradhvaj tiranga shreshth.
Laharaega tiranga ab saare aasamaan par,
Bhaarat ka hee naam hoga sabakee jubaan par !!
Le lenge usakee jaan ya khelenge apanee jaan par,
Koee jo uthaega aankh hindustaan par !!
Tiranga hai aan meri,
Tiranga hee hai shaan meri !!
Tiranga rahe sada uchaa hamara,
Tirange se hai dharatee mahaan meri !!
Aao har ghar tiranga
pehraye milkar sabhi
azadi ka amrit mahotsav
manaye.
75 Saal huye Azadi ko
chalo aaj fir ekta dikhate
hai milkar azadi ka amrit
mahotsav manate ha.
Hum sabhi ka sath ho
Jan jan ka prayas ho esa
azadi ka amrit mahotsav
Hum sabhi ka khas ho.
Salam karta hun tirange
ko jisse meri shan ha
kabhi jhukne nahi dunga
kyuki isme meri jaan hai.
Sar fakr se uth jata hai
jab jab tiranga lehrata ha.
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
15 Aug swtantrata ka
par hai hume apne desh
ke amar veeron par
garw hai.
Har bhartiya ka ek hi nara
hai sare jahan se achha
hindustan humara hai.
Har roj na sahi magar aaj to
ye kam karen jahan bhi tiranga
dikhe sar uthakar salam karen.
Mere desh tujhko naman
ha mera jiun to juban par
naam ho tera marun to
tiranga kafan ho mera.
tiranga hawaon se nhi
balki veeron ki sanson
se lehrata hai.
Desh bhakton ke balidan se
swtantr huye hai hum koi
puche kon ho to garw se
kehenge bhartiy hai hu.
desh ki hiphajat marte dam
tak karenge dushman ki har
goli ka ham samana karenge
aajaad hain aur aajaad hi
rahengen, jay hind.
Kaanton Me Bhi Phool Khilaye,
Is Dharti Ko Swarg Banaye,
Aao, Sab Ko Gale Lagaye,
Hum Swtantrata Ka Parv Manaye.
Tiranga Shayari in Hindi (तिरंगा स्टेटस डाउनलोड)
गर्व है इस तिरंगे पर सारे जहा को ये बतायेंगे
अमृत काल बनायेंगे, घर घर तिरंगा फहरायेंगे
भारत का अपना झंडा हो यह सुझाव सर्वप्रथम पिंगली वेंकैया ने दिया।
लहराएगा तिरंगा अब नीले आसमान पर
भारत का नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे
कश्मीर में सर्दी नहीं होती, मुंबई में गर्मी में नहीं होती
हम भी घर जाके हर त्यौहार मनाते
अगर हमारे जिस्म में यह वर्दी नहीं होती
तिरंगा है आन मेरी,
Tiranga ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी…
mujhe na tan chaahie, na dhan chaahie
bas aman se bhara yah vatan chaahie
jab tak jinda rahoon, is maatr-bhoomi ke lie
aur jab marun to tiranga kafan chaahiye
“एक दिन मन ही मन मैंने यह ख्वाब बुन लिया,
औरों को दुपट्टा रास आया, मैंने तिरंगा चुन लिया। “
“तिरंगे झंडे को खरीदते है,
उसे लहराते है, ख़ुशी के
नगमें गुनगुनाते है, 26 जनवरी
और 15 अगस्त मनाते है.
लेकिन अच्छा नही लगता है
जब लोग तिरंगे को सड़कों पर
बहाते है।”
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
apanee aajaadee ko ham
haragij mita sakate nahin,
sar kata sakate hain lekin
sar jhuka sakate nahin.
na sarakaar meree hai na raub mera hai,
na bada sa naam mera hai,
mujhe to ek chhotee see baat ka gaurav hai,
mai hindustaan ka hoon aur hindustaan mera hai
yah din hai abhimaan ka, hai maata ke maan ka
nahin jaega rakt vyarth, veeron ke balidaan ka
jashn aazaadee ka mubaarak ho desh vaalo ko,
phande se mohabbat thee ham vatan ke matavaalo ko.
ए मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा यह शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गंवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए|
Jis desh me rahte ho tum,
Us desh ke tum bhi ek sipahi ho,
Maine to ghar me lehraya hai tiranga,
Kya tum bhi tiranga lehraye ho..!
Agar kisi se saccha pyar karo,
To wo apne desh se karo,
Desh ka tiranga dil me hi nahi,
Ghar me bhi lagaya karo..!
Kuch to baat hai bharat desh me Yaron,
Bharat vasiyo ka apne desh ke liye dil to dhadkta hai,
Agar desh par koi aanch aaye to,,
Desh ke liye har insaan marne ke liye taiyar ho jata hai..!
Tiranga Shayari in Hindi (हर घर तिरंगा शायरी)
Ye tiranga hi nahi,
Ye tiranga apne desh ki shan hai,
Har bharat desh vasiyon ki,
Ye to jaan hai..!
Jab tiranga lehrata hai,
Tab salam sab tirange ko karte hai,
Sabke dil me hai tiranga,
Hum uska samman karte hai..!
Waqt aa gaya hai ab,
Ki desh ekjut ho jaye,
Hum sab desh wasi milke,
Desh ko aage badhaye..!
Kuch to baat hai bharat desh me Yaron,
Bharat vasiyo ka apne desh ke liye dil to dhadkta hai,
Agar desh par koi aanch aaye to,,
Desh ke liye har insaan marne ke liye taiyar ho jata hai..!
himalaya se aaye pavan
jhumke gaye gagan..
mera tan man dhan
is tirange ko arpan.
sabse uncha tiranga hamara
desh hamara sabse pyara..
iska rang sabse nyara
sada laharata rahe
tiranga hamara…
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश की शान है,
हम उस देश के फूल हैं यारो
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है..
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं.
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Tiranga Shayari in Hindi (तिरंगा कफन शायरी)
काले गोरे का भेद नहीं,
इस दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है.
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
आखिरी ख्वाहिश दिल की, हर घर लहराए तिरंगा प्यारा।
कभी इसकी शान में खलल ना पड़े, के वजूद है ये हमारा।
हर घर तिरंगा लहराएगा, आसमान तीन रंग का नज़र आएगा।
क्या खूब नज़ारा होगा, जब तिरंगा देश की शान में मुस्कुराएगा।
तिरंगे की आन में मर मिटे, मेरे देश के जवान।
उनकी याद में, हर घर होगा तिरंगे का निशान।
आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये, अपना गणतन्त्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, ख़ुशी मनाये…!!
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए, जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये…!!
ये बात हवाओं को बताये रखना , रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना , लहू दे कर जिसकी हिफाजत हमने की … ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
Tiranga Shayari in Hindi (तिरंगा पर शायरी हिंदी)
न सर झुका है कभी..और न झुकायेंगे कभी, जो अपने दम पे जियें…सच में ज़िन्दगी है वही. स्वतंत्रता दिवस की बधाई..
एकता का हमें पाठ पढ़ाता तीन रंग में रंगा है, हिंदुस्तान की आन-बान और मेरी शान तिरंगा है।
लहराता है नील गगन में ऊंची जिसकी शान है, महज एक झंडा नहीं तिरंगा देश की पहचान है।
लाल और हरे को एक पट्टे में रहने दो, मेरे हिंदुस्तान को तिरंगे सा रहने दो…!!
चलो फिर से खुद को जगाते हैं , अनुशासन का डंडा फिर से घुमाते हैं , सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से , ऐसे शहीदों को हम सब सिर झुकाते है
सड़क पर गिरे तिरंगे को वही उठाता है, जो दिल में अपने तिरंगे को बसाता है…!!
आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये, अपना गणतन्त्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, ख़ुशी मनाये…!!
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए, बस अमन से भरा यह वतन चाहिए, जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये…!!
Tiranga Shayari in Hindi (तिरंगा शायरी 2023)
ये बात हवाओं को बताये रखना , रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना , लहू दे कर जिसकी हिफाजत हमने की … ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
सारे जहाँ से अच्छा , हिन्दुस्तान हमारा . हम बुलबुले है इसकी , ये गुलिस्ताँ हमारा.
देश के लिए शहीद हुए वीरों की गाथाएं गाता है, देश की सीमा पर जब भी तिरंगा शान से लहराता है।
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो, होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो…!!
चलो फिर से खुद को जगाते हैं , अनुशासन का डंडा फिर से घुमाते हैं , सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से , ऐसे शहीदों को हम सब सिर झुकाते है
उन नेत्रों की दो बूंदों से सात सागर पराजित हो जाते हैं।
जब मेहंदी हाथ मंगल-सूत्रों को हटा दिया गया है..!!
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा..!!
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है..!!
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं..!!
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं..!!
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा..!!
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं..!!
दोस्ताना इतना बरकरार रखो कि
मजहब बीच में न आये,
कभी तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो,
वो तुम्हें मस्जिद छोड़ आये कभी..!!
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पे मर मिटने वालों का बाकी यही निशां होगा..!!
देश भक्तो की बलिदान से,स्वतन्त्र
हुए है हम,कोई पूछे कोन हो,तो
गर्व से कहेंगे भारतीय है हम..!!
ज़माने भर में मिलते है आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों से भी लिपट कर, सोने में सिमटकर
मरे है शासक कई
मगर तिरंगे से खुसुरत कोई कफ़न नहीं होता
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का!
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब…
पूछ के नहीं की जाती…
भारत माँ की जय कहना अपना सोभाग्य समझता हूँ
अपना जीना मरना अब सब तेरे नाम ऐ तिरंगा करता हूँ
अनेकता में एकता भारत की शान हैं,
इसलिए मेरा भारत महान हैं,,
भारतीय होने पर मुझे गर्व हैं ।
अनेकता में एकता भारत की शान हैं,
इसलिए मेरा भारत महान हैं,,
भारतीय होने पर मुझे गर्व हैं ।
भारत की पहचान हो तुम,
जम्मू की जान हो तुम,
सरहद का अरमान हो तुम,
दिल्ली का दिल हो तुम,
और भारत का नाम हो तुम
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे,
देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
खूबसूरती ऐसी हैं मेरे वतन की
शान हैं दिल में तिरंगे की
जिन्दगी से इतना प्यार न रह गया
भारत माँ का दुलार ही जीवन बन गया
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए, न देगी दुप्पटा कफन के लिए
मरना है तो मरो वतन के लिए, तिरंगा तो मिलेगा कफन के लिए
मेरा मुल्क मेरा देश
मेरा यह वतन
शांति का उन्नति का
प्यार का चमन
हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारी शान
हमारा तिरंगा हमारा सम्मान|
तिरंगा लहरा रहा हैं हर एक के घर पर
देश बुलंद हो रहा हैं हर एक के दम पर|
मेरी पहचान हैं की मैं भारतीय हूँ
और मेरी इबादत हैं मेरा तिरंगा|
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
कल भी रहूँगा आज भी,
शहीद अमर मै होता हूँ,
उस माँ की कोख मे जागा था
इस माँ की गोद में सोता हूँ,
Tiranga Shayari in Hindi [तिरंगा शायरी हिंदी]
वतन वालो वतन ना बेच देना,
ये धरती ये चमन ना बेच देना,
शहीदो ने जान दी है वतन के वास्ते
शहीदो का कफन ना बेच देना,
मुझे वजह ना दो हिंदू या मुसलमान होने की,
मुझे तो सिर्फ तालीम चाहिए एक इंसान होने की,
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्हीं सी चिड़ियाँ को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे अपनी छाती से लगा लेना ऐ भारत माँ,
मै माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ,
ना पूछो जमाने से की क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस यही है के
हम हिंदुस्तानी है,
बुझ्दिलो मे नाम सामिल मै अपना करना नही चाहता,
मौत का स्वागत सीना तान कर करना चाहता हूँ,
मौत से डरना नही चाहता,
और मै मरूँ तो मेरे नाम के आगे वीर शहीद लिखा हो,
क्योंकि मै कीड़ो मकोडो के तरह मरना नही चाहता,
खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल मे है,
सरफरोसि की तमन्ना अब हमारे दिल मे है,
मेरे ज़ज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम,
मै इश्क़ भी लिखना चाहूँ तो
इंक्लाब लिखा जाता है,