200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

गुरु की महिमा न्यारी है,
अज्ञानता को दूर करके.
ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है…

गुरु आपके उपकार का
कैसे चुकाऊं मैं मोल
लाख कीमती धन भला
गुरु हैं मेरे अनमोल

सही क्या, गलत क्या, ये सबक पढ़ते है आप
झूठ क्या और सच क्या ये समझाते हैं आप
जब सूझता नहीं कुछ, राह सरल बनाते हैं आप

जब बंद हो जाए सब रास्ते, नया रास्ता दिखाते हैं गुरू,
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं, जीवन जीना सिखाते हैं गुरू

वो नव जीवन देता सबको, नई शक्ति का संचार करे
जो झुक जाए उसके आगे, उसका ही गुरु उद्धार करे

विद्यालय है मंदिर मेरा, गुरु मेरे भगवान् हैं
हमारे हृदय में नित उनके लिए सम्मान है

नई राह दिखा कर हमको, सभी संशय मिटाता है
ज्ञान के सागर से भरा, बस वही गुरु कहलाता है

जिसके प्रति मन में सम्मान होता है, जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है,
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को, वो गुरु तो सबसे महान होता है।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

गुरु आपके उपकार का, कैसे चुकाऊं मैं मोल
लाख कीमती धन भला, गुरु हैं मेरा अनमोल।

गुरु बिन ज्ञान नहीं, ज्ञान बिन आत्मा नहीं
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म
सब गुरु की ही देन हैं

सही क्या है गलत क्या है ये सबक पढ़ाते हैं आप
झूठ क्या है और सच क्या है ये बात समझाते हैं आप
जब सूझता नहीं कुछ भी हमको तब राहों को सरल बनाते है आप

गुरु को पारस जानिए, करे लौह को स्वर्ण
शिष्य और गुरु, जगत में दो ही हैं वर्ण

वक्त भी सिखाता है टीचर भी
पर दोनों में अंतर इतना है कि टीचर लिखाकर इम्तिहान लेता है
और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है

गुरु की महिमा है अगम, गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर, गढ़ता आज भविष्य।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानता का मिटाया अंधकार
गुरु ने सिखाया हमें, नफरत पर बड़ी विजय है प्यार

शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानता का मिटाया अंधकार
गुरु ने सिखाया हमें, नफरत पर बड़ी विजय है प्यार

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

जीवन का पथ जहां से शुरू होता है
वो राह दिखाने वाला ही गुरु होता है

जल जाता है वो दीये की तरह
कई जीवन रोशन कर जाता है
कुछ इसी तरह से गुरु
अपना फर्ज निभाता है

कितनी मेहनत से पढ़ाते हैं हमारे उस्ताद
हम को हर इल्म सिखाते हैं हमारे उस्ताद
तोड़ देते हैं जहालत के अंधेरों का तिलिस्म
इल्म की शमा जलाते हैं हमारे उस्ताद

जिसके मन में गुरु के लिए सम्मान होता है,
उसके क़दमों में एक दिन ये सारा जहान
होता है गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं.

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मेरे गुरु के चरणों
में परनाम मेरे गुरु जी कृपा राखियो तेरे ही
अर्पण मेरे प्राण,गुरु पुर्णिमा की शुभकामनाएं.

गुरु आपके उपकार का, कैसे चुकाऊँ
मैं मोल लाख कीमती धन भला,गुरु हैं मेरा
अनमोल.गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं.

जिंदगी में गुरु होता हे सबसे महान
जो देता हे सभी को ज्ञान आओ इस
गुरु पूर्णिमा पर करे गुरु को याद।

जो झुक जाता है उसके आगे, वो सबसे
ऊपर उठ जाता है,गुरु की छत्र छाया
में, सबका जीवन सुधर जाता है।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

सत्य न्याय के पाठ पर चलना, शिक्षक
हमें बताते हैं जीवन संघर्षों से लड़ना,
शिक्षक हमें सिखाते हैं। गुरु पुर्णिमा

धरती कहती, अंबर कहते, बस यही तराना,
गुरु आप ही वो पावन नूर हैं जिनसे रौशन
हुआ जमाना

गुरू का आशीर्वाद से ही
शिष्य सफलता की कहानी गढ़ता है,
जिसे अब तक कोई नहीं जानता था
उसे अब पूरा विश्व पढ़ता है.

गुरु की महिम न्यारी है अज्ञानता को
दूर करके ज्ञान की जोत जलाई है
गुरु की महिमा न्यारी है गुरु पूर्णिमा

एक अच्छा गुरु मिल पाना किसी के
लिए उतना ही कठिन हैं जितना की
गेहू में से घुन चुनना

क़भी चुपके से मुस्कुरा कर देखना,
दिल पर लगे पहरे हटा कर देख़ना,
ये ज़िन्दग़ी तेरी खिलखिला उठेगी,
ख़ुद पर कुछ लम्हें लुटा कर देखना..!!

गुरु बिन ज्ञान नहीं, ज्ञान बिन
आत्मा नहीं, ध्यान, ज्ञान, धैर्य
और कर्म, सब गुरु की ही देन हैं.

गुमनामी के अंधेरे में था पहचान बना दिया
दुनिया के गम से मुझे अनजान बना दिया
उनकी ऐसी कृपा हुई गुरु ने मुझे एक
अच्छा इंसान बना दिया.

हमारी कमियों को जो बताता हैं वो गुरू हैं,
हमें इंसानियत जो सिखाता हैं वो गुरु हैं.

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

शिक्षक के बिन ये दुनिया क्या
कुछ भी नहीं बस अंधकार यहाँ
शत-शत नमन उन शिक्षकों को
जिनके कारण रोशन सारा जहाँ.

गुरुवर के चरणों में रहकर हमने
शिक्षा पाई है गलत राह पर भटके
जब हम तो गुरुवर ने राह दिखाई है

जब वह कोई शिष्य अपनी जिंदगी में
कामियाब हो जाता है तब सबसे ज्यादा
खुश केवल उसका गुरु ही होता है।

गुरू के बिना ज्ञान कहां, ज्ञान के बिना
मान कहां, गुरू ने दी शिक्षा जहां,सुख
ही सुख हैं वहां

बिना गुरू नहीं होता जीवन साकार
सर पर होता जब गुरू का हाथ
तभी बनता जीवन का सही आकार
गुरू ही है सफल जीवन का आधार.

बिन गुरु नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरु का हाथ
तभी बनता जीवन का सही आकर,
गुरु ही सफल जीवन का आधार.

वक्त भी सिखाता है और गुरु भी
पर दोनों में अंतर सिर्फ इतना है
कि गुरु सिखाकर इम्तिहान लेता है
और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है.

भगवान ने दी ज़िंदगी, माता-पिता ने
दिया प्यार, लेकिन ज़िंदगी की राह
पर चलना सिखाने के लिए,

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

गुरु जितना न महान है कोई कमिया हमारी
गिनाता है वो ही गिरकर उठना सिखाया
जिसने साहस उसकी बातो से तुम भी भरो.

गुरू कृपा से ही जीवन में प्रकाश मिलता है,
जिंदगी में सफलता का आकाश मिलता है।

गुरु ने हमको अपने ज्ञान से सींचा हैं
हमने उनसे ही जीवन का सार सीखा हैं
समझा देंगे हमें वो दुनिया दारी उनकी
इसी बात पर किया सदा भरोसा हैं.

गुरू माँ-बाप होते है,गुरू प्रकृति होता है,
गुरू भगवान होते है, गुरु स्वयं का हृदय
होता है।

गुरु ज्ञान का मार्ग दर्शक
होता है गुरु शिष्य में अपनी
छवि ढूंढता है।

गुरू की कृपा का मैं हरदम बखान करूंगा,
गुरू ही ईश्वर है इस सच को स्वीकार करूंगा।

पूज्य गुरु जी ने ऐसा ज्ञान दिया,
मानो ईश्वर ने कोई वरदान दिया।

ज्ञान से बड़ा कोई दान नहीं,
ज्ञान के बिना कोई सम्मान नहीं,
गुरू ही जीवन के आधार है
गुरू बिना कोई ज्ञान नहीं।

गुरु से ही सुरु है मेरी लिखावट लिखू
क्या उनके लिए मेरे गुरु ही है मेरी बनावट.

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

मुसीबतों का अंधकार छाये
और कुछ भी दिखाई ना दे
तो गुरु की शरण में चले जाना
जब खुद की आवाज सुनाई ना दे।

उसके जीवन का अध्याय शुरू नहीं होता है,
जिसके जीवन में एक सच्चा गुरु नहीं होता है।

खुशियाँ और आपका जनम जनम का साथ हो
हर किसी की जुबान पर आपकी हसी की बात हो
जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी
तो आपके सर पर गुरु नानक का हाथ हो

जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है,
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है…

अज्ञान को मिटा कर,
ज्ञान का दीपक जलाया है,
गुरु कृपा से मैंने,
ये अनमोल शिक्षा को पाया है…

जिसे देता है हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता है वीरों का निर्माण,
जो बनाता है इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम…

गुमनामी के अंधेरे में था, पहचान बना दिया,
दुनिया के गम से मुझे, अनजान बना दिया,
उनकी ऐसी कृपा हुई,
गुरू ने मुझे एक अच्छा, इंसान बना दिया…

अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है,
गलत राह पर भटके जब हम,
तब गुरु ने ही राह दिखाई है…

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

दिया ज्ञान का भंडार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें,
है आभारी उन गुरुओं के हम…

गुरु है दीप, शिष्य है बाती
शिष्य एक साथ ,गुरु है साथी
गुरु प्रकाश, शिष्य उजियारा
गुरु की कृपा मिटा अँधियारा

मानव मन बिन गुरु ज्ञान के
हो मयूर पर बिना प्राण के
गुरु की कृपा ,मिटे अँधियारा
ज्यूँ अंधियारी रात में तारा

तिमिर में अज्ञान के ढूंढता था रोशनी
ज्ञान का दीपक जलाकर गुरु ने दी जिंदगी
फर्श से अर्श पर गुरु ने पहुंचा दिया
आखरी सांस तक, गुरु की करूंगा बंदगी

गुरु बिन ज्ञान कहां से लाऊं
गुरु बिन कहां मैं जाऊं
गुरु की कृपा गगन तक पहुंचा
गुरु की कृपा मोक्ष में पाऊं

पहले गुरु को फिर भगवान
ईश्वर ने दी यह पहचान
हाथ पकड़ कर गुरु ने मेरे
मुझको दिया लक्ष्य का ज्ञान

आपसे से सीखा और जाना
आप को ही गुरु माना
सीखा सब आपसे हमने
कलम का मतलब भी आपसे जाना

अज्ञान के अंधेरों में, ज्ञान का दीपक जलाकर
हाथ मेरा थाम कर, लक्ष्य तक पहुंचा दिया
कौन मेरा मित्र है, कौन है दुश्मन मेरा
जिंदगी का अर्थ क्या, गुरु ने समझा दिया

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

एक गुरु है मात पिता
एक गुरु गोविंद
उसके बाद है जग सारा
दिया मुझे यह ज्ञान ,सो
गुरु मेरे अरविंद
गुरु पूर्णिमा शुभ हो

गुरु है देव, गुरु है भक्ति
गुरु है प्रेम, गुरु ही शक्ति
गुरु का ज्ञान, गुरु ही तृप्ति
गुरु का साथ,तो संभव मुक्ति

माता-पिता ने जन्म दिया पर
गुरु ने जीने की कला सिखाई है
ज्ञान चरित्र और संस्कार की
हमने शिक्षा पाई है

गुरु बिन ज्ञान नहीं
ज्ञान बिन आत्मा नहीं
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म
सब गुरु की ही देन हैं

माटी से मूरत गढ़े,
सद्गुरु फूंके प्राण।
कर अपूर्ण को पूर्ण गुरु,
भव से देता त्राण।।

गुरु की महिमा है अगम, गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर, गढ़ता आज भविष्य।।

गुरु की महिमा है अगम, गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर, गढ़ता आज भविष्य।।

अक्षर ज्ञान ही नहीं,
गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान
गुरुमंत्र को कर आतमसात
हो जाओ भबसागर से पार!

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

वक़्त भी सिखाता है और गुरु भी,
पर दोनों में अंतर सिर्फ इतना ही है
कि गुरु सिखाने के बाद इम्तेहान लेता है
और वक़्त इम्तिहान लेकर सिखाता है।

क्या दूं गुरू-दक्षिणा, मन ही मन मैं सोचूं,
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा, अगर जीवन भी अपना दे दूं…

धरती कहती, अंबर कहते, बस यही तराना,
गुरु आप ही वो पावन नूर हैं जिनसे रौशन हुआ जमाना।

गुरु जी आपकी कृपा से हुआ हमारा उद्धार,
हम बने जो आज है ये है आपका उपकार,
बनाये रखना अपना आशीर्वाद हम पर
बनाये रखना अपना प्यार।

जिसके प्रति मन में सम्मान होता है
जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है,
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को,

गुरु से श्रेष्ठ कोई देवता नहीं है,
गुरु की कृपा से बेहतर कोई लाभ नहीं है ..
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई..

गुरु होता सबसे महान,
जो देता है सबको ज्ञान,
आओ इस गुरु पूर्णिमा पर करें अपने गुरु को प्रणाम।

अक्षर ज्ञान ही नहीं, गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान।
गुरुमंत्र को करे आत्मसात हो जाओ भवसागर से पार।।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

गुरु आपके उपकार का, कैसे चुकाऊँ मैं मोल ?
लाख कीमती धन भला.. गुरु हैं मेरा अनमोल…

जिसके प्रति मन में सम्मान होता है
जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है,
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को

शिल्पी छैनी से करे , सपनों को साकार !
अनगढ़ पत्थर से रचे , मनचाहा आकार !!
माटी रख कर चाक पर , घड़ा घड़े कुम्हार !
श्रेष्ठ गुरू मिल जाय तो , शिष्य पाय संस्कार !!

गुरु पेड़ की छाया है, गुरु खुदा की काया है,
कुछ नहीं मेने खोया, बस गुरु को पाया है!

कर दिया बेफिकर तुने अब फिकर केसे करू,
फिकर अब ये है गुरु तेरा शुक्रिया केसे करू!

करता करे न कर सके गुरु करे सो होए,
तीन लोक नो खंड में गुरु से बड़ा ना कोई!

सतगुरु के महिमा अनंत, अनंत कियो उपकार
लोचन अनंत उघाड़ियाँ, अनंत दिखवान हार.”

गुरुदेव !आपकी कृपा का सहारा छूटने न देना।
हम सच्चे बनें और सच्चाई के मार्ग पर चलें,
भूल से भी हमें झूट के मार्ग पर जाने ना देना ।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

हे गुरुवर !
“वह शिष्य ही क्या जो आपसे मिलने की दुआ न करे ?
भूल कर अपने गुरुवर को जिंदा रहूँ कभी ये भगवान न करे ।

गुरु गोबिंद दोऊ खड़े काको लागूँ पाँय। बलिहारी गुरु आपकी जिन गोबिंद दियो बताय।

हे गुरुदेव !आपके साथ मेरी श्रद्धा की डोर कभी टूटने न पाये. मैं प्रार्थना करता हूँ, हे गुरुदेव !आपके श्रीचरणों में मेरी श्रद्धा बनी रहे, जब तक है मेरी यह जिन्दगी है| प्रभु करे कि प्रभु के नाते आपके साथ हमारा हमेशा गुरु-शिष्य का सम्बंध बना रहे.

गुरु जी आपकी कृपा से हुआ हमारा उद्धार,
हम बने जो आज है ये है आपका उपकार,
बनाये रखना अपना आशीर्वाद हम पर
बनाये रखना अपना प्यार.

हमने जो रंग गुरु भक्ति का लगाया,आप उसे छूटने न देना ।
गुरुदेव आपकी याद का दामन,आप कभी छूटने न देना ॥
हमारी हर साँस में आप और आपका ही नाम रहे ।
हमारी प्रीति की यह डोरी,आप कभी टूटने न देना ॥

बंद हो जाए जब सब रास्ते, नयी राह दिखाते है गुरु,
सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, जीवन जीना सिखाते है गुरु!
शुभ गुरु पूर्णिमा

दिया ज्ञान का भंडार मुझे… किया भविष्य के लिए तैयार मुझे…
जो किया आपने उस उपकार के लिए… नहीं शब्द मेरे पास आभार के लिए….

अपने संसार से तुम्हारा परिचय कराया,
उसने तुम्हे भले बुरे का आभास कराया!
अथाह संसार में तुम्हे अस्तित्व दिलाया,
दोष निकाल कर तुम्हे अच्छा व्यक्ति बनाया!!

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

गुमनामी के अँधेरे में था पहचान बना दिया….
दुनिया के गम से मुझे अंजान बना दिया…
एसी कृपा हुई गुरु ने मुझे अच्छा इन्सान बना दिया!

गुरु पूर्णिमा का दिवस केवल गुरु पूजा का दिवस नहीं है, बल्कि यह दिवस प्रत्येक शिष्य के अपने-अपने गुरुजनों के प्रति श्रद्धा की अभिव्यक्ति का दिवस है।

रिश्तों की यह दुनिया है निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है रिश्तेदारी तुम्हारी,
मंजूर है आँसू भी आँखों में हमारे,
अगर आ जाये मुस्कान होठों पे तुम्हारी…

विद्यालय है मंदिर मेरा, गुरु मेरे भगवान् हैं,
हमारे हृदय में नित उनके लिए सम्मान है।

तुम गुरु पर ध्यान दो, गुरु तुम्हें ज्ञान देगा,
तुम गुरु को सम्मान दो, गुरु ऊंची उड़ान देगा।

जो झुक जाता है उसके आगे वो सबसे ऊपर उठ जाता है,
गुरु की छत्र छाया में सबका जीवन सुधर जाता है।

बिन गुरु नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरु का हाथ!
तभी बनता जीवन का सही आकर,
गुरु ही सफल जीवन का आधार!!

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

अक्षर ज्ञान ही नहीं, गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान।
गुरुमंत्र को करे आत्मसात हो जाओ भवसागर से पार।।

अक्षर-अक्षर हमें सिखाते शब्द-शब्द का अर्थ बताते,
कभी प्यार से कभी डाँट से, जीवन जीना हमें सिखाते।

तुम गुरु पर ध्यान दो, गुरु तुम्हें ज्ञान देगा,
तुम गुरु को सम्मान दो, गुरु ऊंची उड़ान देगा।

वो नींव की भांति दबा रहे, खड़ी कर देता है मिसाल नई,
ले शिक्षा शिष्य बढ़े आगे, गुरु का रहता हाल वही।

माँ-बाप ने हमको जन्म दिया, गुरु ने पढ़ना सिखाया है,
शिक्षा देकर हमको अपने जीवन में आगे बढ़ाया है।

जीवन का पथ जहाँ से शुरू होता है,
वो राह दिखाने वाला ही गुरु होता है।

जिसके मन में गुरु के लिए सम्मान होता है,
उसके क़दमों में एक दिन ये सारा जहान होता है।

जो फंसा हो जीवन के मझधारों में उसका भी उद्धार हो जाता है,
गुरु के चरणों में जाने से सबका बड़ा पार हो जाता है।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

जो झुक जाता है उसके आगे, वो सबसे ऊपर उठ जाता है,
गुरु की छत्र छाया में, सबका जीवन सुधर जाता है।

जिसके प्रति मन में सम्मान होता है
जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है,
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को
वो गुरु तो सबसे महान होता है।

जल जाता है वो दीये की तरह
कई जीवन रोशन कर जाता है,
कुछ इसी तरह से गुरु
अपना फर्ज निभाता है।

नई राह दिखा कर हमको, सभी संशय मिटाता है
सागर से ज्ञान के भरा हुआ, बस वही गुरु कहलाता है।

जीवन अपना कर अर्पण जो
देश को उन्नति की ओर बढ़ाता है,
रच देता जो इतिहास नए
वो समाज का भाग्य विधाता है।

देता है जमाने को कई नाम
खुद वो गुमनाम ही रह जाता है,
गुरु में इतनी शक्ति होती है कि
ख़ामोशी में भी बहुत कुछ कह जाता है।

बुरे वक्त में जो बनता सहारा है
दुनिया में बस एक वही हमारा है,
लोगों को प्यारे होंगे महबूब उनके
हमें तो हमारा गुरु प्यारा है।

विद्यालय है मंदिर मेरा, गुरु मेरे भगवान् हैं,
हमारे हृदय में नित उनके लिए सम्मान है।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

महान से भी महान है आप
आपने हमें जीवन जीने की कला सिखाई,
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर
मैं देता हूं आपको दिल से बहुत-बहुत बधाई।

सिर्फ पुस्तकों का होना काफी नहीं
सीखने के लिए गुरू का होना है जरूरी,
जो समझ गया गुरू का महत्व
उसके लिए जिंदगी कभी नहीं रहेगी अधूरी।

अपने शिष्यों को अच्छे से समझते हैं
दिखाते हैं हर समस्या का समाधान,
गुरु ही होता है वो
जो अपने शिष्यों को बनाता है खुद से भी महान।

जब जीवन में आती है कोई समस्या
तो दिमाग सूझाता है आपका नाम,
गुरु पूर्णिमा के शुभ दिन पर
मैं करता हूं आप दिल से दिल से सलाम।

गुरु होता है ज्ञान का भंडार,
किया है हमें भविष्य के लिए तैयार,
क्या बताऊं गुरु के बारे में
गुरु की महिमा होती है अपरंपार।

गुरु का ज्ञान मिटा देता है हर समस्या
और पूरा करवाता है हर सपना,
कभी मत भूल जाना गुरु को
गुरु होता है अपना।

गुरु के बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान के बिना ध्यान नहीं,
ध्यान के बिना सम्मान नहीं,
सम्मान के बिना जिंदगी का कोई अरमान नहीं,
गुरु से बढ़कर इस दुनिया में कोई महान नहीं।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

जहां गुरु का साया होता है, वहां अज्ञानता का अंधकार नहीं भटकता है। मेरी तरफ से दुनिया के समस्त

गुरु के बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान के बिना ध्यान नहीं,
ध्यान के बिना सम्मान नहीं,
सम्मान के बिना जिंदगी का कोई अरमान नहीं,
गुरु से बढ़कर इस दुनिया में कोई महान नहीं।

गुरु गोविन्द दोऊ खड़े
का के लागूं पाय,
बलिहारी गुरु आपने
जिन गोविन्द दियो बताय।

इन आंखों में
हजारों दर्द छुपा सकते हैं
अपने साथ हो तो हर
दर्द में मुस्कुरा सकते है..!

गुरु को पारस जानिए,
करे लौह को स्वर्ण।
शिष्य और गुरु जगत में
केवल दो ही वर्ण।।

गुरु की महिमा है अगम,
गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर
गढ़ता आज भविष्य।।

जिसके प्रति हर पल मन में रहता है सम्मान,
जिसकी डांट भी हमें देती है सांसारिक ज्ञान,
जिसका मार्गदर्शन ही हमारे सपनों को चढ़ाता है परवान,
वो गुरु होता है बहुत महान।

मां बाप के पहले गुरु पर
जीवन जीने की कला गुरु ने सिखाई,
धन्य हूं मैं मेरे गुरुओं का जो उनके आंगन में मैंने संस्कारों की शिक्षा पाई,

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

जो जानवर को भी इंसान बना दे,
जो मूर्ख को भी सच्चाई का परवान बना दे,
महान होता है गुरु
जो सबको विचारों से जवान बना दे।

गुरु मंत्र को आत्मसात कर लिया
तो हो जाओगे भवसागर से पार,
गुरु का ज्ञान अनंत होता है
ना तोड़ना कभी उससे करार।

गुरु शिष्य का रिश्ता होता है सदा गहरा,
उस पर रहता है ज्ञान का पहरा,
महान से भी महान बन जाता है इंसान
जब उसके मन में गुरु का ज्ञान ठहरा।

गुरु की महिमा है अपरंपार,
गुरु के आदर्शों से होता है आजीवन करार,
गुरु के चरणों में मेरा प्रणाम
गुरु ही है मेरी असली यार।
हैप्पी गुरू पूर्णिमा!

पढाया है शांति का पाठ और
मिटाया है अज्ञानता का अंधकार,
गुरु ने सिखाया है हमें सत्मार्ग और प्यार।

सही क्या है
गलत क्या है
गुरु ने बताया इसमें विभेद,
गुरु के लिए सब समान होते हैं
गुरु नहीं करते हैं कोई भेद।

ना सिर्फ अक्षर ज्ञान कराया
बल्कि गुरु ने जीवन जीना सिखाया,
धन्य हूं मैं ईश्वर का जो सारे जहां का
सबसे अच्छा गुरु मैंने पाया।

जब तक जीवन में नहीं आते हैं गुरु,
जीवन का ज्ञान नहीं होता है शुरू।

Guru Purnima Shayari in Hindi [गुरु पूर्णिमा पर शायरी]

Latest 200+ गुरु पूर्णिमा पर शायरी Guru Purnima Shayari in Hindi

जीवन के पहले गुरु होते हैं मां-बाप
मैं करता हूं उन्हें दिल से सलाम,
उनके नाम से है हमारा नाम,
फिर से है मेरा मेरे मां-बाप को सलाम।

गुरु के जीवन में आने से शुरू होती है ज्ञान की डायरी,
यही है मेरी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर दिल से निकली शायरी।

भूल कर भी नहीं भूल सकता गुरु की महिमा,
गुरु की महिमा होती है अपरंपार,
दुआ है मेरी भगवान से
जहां भी है मेरे गुरू,
उन्हें ढेर सारा स्नेह और प्यार।

अनंत होते हैं गुरु के उपकार
नहीं चुका सकता इनके कोई मोल,
जीवन भर का मार्गदर्शक है
गुरु का ज्ञान होता है अनमोल।

आओ मिलकर जीवन
को एक नया ख्वाब देते हैं
जिंदगी में हमेशा खुश
रहने की शुरुआत देते है !

ज्ञान की मूरत आप
हमारे लिए भगवान की सूरत आप
सफलता की राह का मार्ग आप
सब के जीवन की जरूरत आप.

गुरु जी आपकी कृपा से हुआ हमारा उद्धार,
हम बने जो आज है ये है आपका उपकार,
बनाये रखना अपना आशीर्वाद हम पर
बनाये रखना अपना प्यार.

गुरु की महिमा न्यारी है,
अज्ञानता को दूर करके.
ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है…

Leave a Comment