400+ स्वागत शायरी इन हिंदी Swagat Shayari in Hindi

स्वागत शायरी इन हिंदी (Swagat Shayari in Hindi)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

इंतज़ार की घड़ियां ख़त्म हुयी
आये हैं हमारे चाहने वाले
जी भर के खुशियां मनाओ
आये हैं दिल के दिए जलाने वाले।

स्वागत शायरी इन हिंदी Swagat Shayari in Hindi

जो दिल का हो खूबसूरत ,
खुदा ने ऐसे लोग कम ही बनाये हैं ,
जिन्हे बनाया ,ैं।है ,
आज वो हमारे महफ़िल में आये हैं।

मस्त मस्त मैकदा है मस्तियो की साम है
आपके आने से हुयी खुशियां की बरसात है।

देर लगी आने में आपको शुक्र है फिर भी आये तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराये तो। ,

श्रीमान आप अतिथ्व स्वीकार करो
देकर प्यारी सी मुस्कराहट हमारा उपकार करो।

हार को जीत की एक दुआ मिल गयी
तप्त मौषम में ठंडी हवा मिल गयी
आप आये श्रीमान जी यु लगा।
जैसे तक़लीफो को कुछ दवा मिल गयी।

जो दिल का हो खूबसूरत खुदा ने ऐसे लोग कम ही बनाये है।
जिन्हे ऐसा बनाया है आज हो हमारी महफ़िल में आये हैं।

ये माना की ज़िंदगी में राह आसान नहीं नहीं
लेकिन मुस्कुराकर चलने में कोई नुक्सान नहीं

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

स्वागत है आपका आप समारोह की शान हैं ,
हम चाहते हैं आपको आप हमारा अभिमान हैं।

आये वो हमारे महफ़िल में कुछ इस तरह
की हर तरफ चाँद तारे झील मिलाने लगे
देखकर दिल उनको झमने लगा

देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो

रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये, स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।

मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान, ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान

पांव जमीन पर थे आसमान
नजर में रहा निकला था
मंजिल के लिए लेकिन
उम्र भर सफ़र में रहा..!

शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं, वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.

स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान, कैसे करे कृतज्ञता, स्वागत है श्री मान..।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं, क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं।

ना मंजिलों के लिएए ना ही रास्तों के लिए
मेरा ये सफर है एखुद से खुद की पहचान के लिए!

हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई। आप आये श्री मान जी यू लगा, जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।

हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,
क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.

शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,
वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.

आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.

महफिल को खूबसूरत बनाने में
थोड़ी सी हमारी मदद कीजिये,
अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है,
खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये.

पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है,
पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुश्बू
फूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुश्बू
अज्ञात

गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है
अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है
फ़रहत एहसास

हर सफ़र की एक कहानी ज़रूर होती है
अज्ञानता से ज्ञान की !

ये और बात कि रस्ते भी हो गए रौशन
दिए तो हम ने तिरे वास्ते जलाए थे
निसार राही

दुनियां में अगर कुछ अलग करना हैं,
ना तो औरो की तरह जीना छोड़ दो।
वरना जैसे लोग आज दुनियां में देख रहे हो,
वही बनकर रह

दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,
महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.

जाओगे।

धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें,
आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.

सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी,
आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है,
चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है.

जिन दोस्तों की वजह से मेरे चेहरे पर ख़ुशी है,
उन दोस्तों का मेरे घर पर हमेशा स्वागत है.

तुम दोस्त ही नहीं मेरी जान हो,
मेरी दिल के महफ़िल की शान हो.

“जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं, जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं..❕

“आप आये यहाँ शुक्रिया मेहरबां, क्या कहें आपको हम हुये बेजुबाँ, यह सभा हर्ष से हो गई तरबतर, नूर से भर गया है ये सारा शमाँ।..❕

“वेदों में कहा गया है कि अतिथि देवो भव: अर्थात अतिथि देवतास्वरूप होता है।”

मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था,
एक अजनबी मिला और,
उसने अपना बना लिया !

“दिल को सुकून मिलता हैं मुस्कुराने से, महफ़िल में रौनक आती है आपके आने से..

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

“तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है, तुम्हारे बा’द ये मौसम बहुत सताएगा “बशीर बद्र”..❕

“हुस्न-ओ-इश्क का समा है आज जमाने के बाद, हर फूल की खुशबू गज़ब है आप के आने के बाद।

“हुस्न-ओ-इश्क का समा है आज जमाने के बाद, हर फूल की खुशबू गज़ब है आप के आने के बाद।

एक अच्छे यात्री की कोई निश्चित योजना नहीं है!!
और गंतव्य तक जल्दी पहुंचने का इरादा भी नहीं है!!

सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ!!
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली!!

सही मार्ग पर चलना यात्रा है!!
और बिना लक्ष्य के ग़लत राह पर चलना भटकना है!

मेरे दोस्तों, इंद्रधनुष के दूसरी तरफ आपका स्वागत है..❕”

“हम एक-दूसरे को मुस्कान के साथ बधाई दें, गले लगाएं और दयालु शब्द बोलें..❕

आये आप हमारे महफ़िल में तो चाँद तारे छिल मिलाने लगे ,
देखकर आपको दिल झूमने लगा ,सबके मन जैसे खिलखिलाने लगे।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

स्टेज पर जो पधार रहे हैं उनके चारो तरफ गुणगान है
तालियों के तरह स्वागत करे इनका क्योकि ये हमारे महफ़िल के जान है।

उन्हें वैसे ही देखना है जैसे वे हैं!!

आपके सम्मान भरी तालियों के साथ आ रहे हैं
मंच पर आज के हमारे मुख्य अतिथि ……
इनके लिए जोरदार ताली।

आपके आने की ख़ुशी हम कैसे करू व्या
बस इतना जान लो
अब रौशन है हमारा सारा जहां।

ऊँचे आसमान पंछी लेते हैं उड़ान
वैसे ही अपनी मेहनत जिन्होने छुआ है आसमान
पधारे हैं आज हमारे मंच पर वे मेहमान
करता हु आदरपूर्वक उनको परनाम।

लबो पर लब्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं ,
तेरी ज़िक्र से महकते हैं ,तेरे सज़दे में बिखड़ जाते हैं।

महक उठा ये घर आँगन जब से आप पधारे हैं ,
ऐसा अहसास होता है की जैसे आप जन्मो से हमारे हैं।

खिल उठे चेहरे खिल उठी कलियाँ
अतिथि आये इस मंचपर ज़रा ज़ोरदार तालियां।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

हम जिन्हें बुलाते हैं वो बेहद खास होते हैं,
स्वागत है उनका जो हरदम दिल के पास रहते हैं।

स्वागत है यहां, हमें आपका ही था इंतजार,
आपके आने तक यह दिल था बेकरार।

आपके चेहरे की यह जो मुस्कान है,
वही तो एक हमारे दिलों की शान है।
स्वागत है आपका!

आपके आने से बहार आ गई है,
खुशियां जैसे हमारे द्वार आ गई हैं,
वेलकम करते हैं आपका हमारे घर में,
आप आए तो जैसे रोनक आ गई है।

सौ चांद भी आ जाएं यहां, तो वो बात नहीं रहेगी,
सिर्फ आपके आने से ही इस जगह की रोनक बढ़ेगी।

आप आए तो बहारों ने लुटाई खुशबू,
फूल तो फूल थे, कांटों से भी आई खुशबू।

आप आए तो बहारों ने लुटाई खुशबू,
फूल तो फूल थे, कांटों से भी आई खुशबू।

अजीज के इंतज़ार में ही पलके बिछाते हैं,
समारोह की रोनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
वेलकम टू होम!

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

तुम आए तो इस सभा की शान बढ़ गई,
दोस्त आने से तेरे, मेरी पहचान बढ़ गई।

हर गली अच्छी लगी, हर एक घर अच्छा लगा,
दोस्त आया शहर में, तो शहर भी अच्छा लगा।

दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,
समारोह में रोनक छा गई आपके आने से।

धन्य-धन्य हुए आज तो हम, मिट गए सारे अंधियारे,
आंखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारे।

सजाई हुई सभा में भी लगती है कुछ कमी,
आपके आने से मुकम्मल जिंदगी सजी।

स्वीकार आमंत्रण किया, रखा हमारा मान,
कैसे प्रकट करें कृतज्ञता, स्वागत है श्रीमान।

तुम्हारे आने से हर कली खिल गई,
तुम आए तो मानो हर खुशी मिल गई।

मंच रोशन हुआ जगमगाहट मिली,
हर्ष आनंद की खिलखिलाहट मिली,
आपके आगमन से श्रीमान जी,
हर किसी को यहां मुस्कुराहट मिली।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

आप तो एक पारस हैं, जो लोहे को सोना करते हैं,
कुशल शिल्पी कहें पत्थर, सुघड़ मूरत में ढलते हैं,
आप आए मिली सोहबत, हमारे भाग्य हैं,
है अभिनन्दन यहां हम आपका वेलकम करते हैं।

कभी घर को तो कभी अपना द्वार देखते हैं,
कभी लोगों को कभी तुम्हें बार-बार देखते हैं,
आए हो घर में हमारे, स्वागत है आपका,
हम सब आप में एक नया किरदार देखते हैं।

नए लोगों के बिना दफ्तर अधूरा-सा लगता है,
वेलकम करते हैं आपका यहां, अब ऑफिस पूरा लगता है।

रोनक दमक उठती है, नूर फैल जाता है,
जब ऑफिस में आप-सा कोई नया शख्स आता है।

घर में आया छोटा मेहमान मम्मी-पापा को खूब सताए,
शिशु यशस्वी हो और दीर्घायु हो, ऐसी है मेरी शुभकामनाएं।

बच्चे के आने से घर में खुशियों की बहार आ जाती है,
इस नन्ही जान को देख सबकी आंखें खुशी से भर आती हैं।

जब कोई बच्चा इस धरती पर आता है,
हर चेहरा खुशियों से खिल जाता है।

जब नवजात शिशु को गोद में उठाते हैं,
तब मन के क्रोध और नफरत मिट जाते हैं।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

ज़िंदगी के सफर में हिंदी वाला सफर करते रहिये,
वर्ना अंग्रेजी वाला suffer तो लगा ही रहेगा..!!

छोटे राजकुमार को ईश्वर लम्बी उम्र दे,
और आपका घर खुशियों से भर दे।

दोस्तों खुशियों का त्योहार आया है,
मेरे घर में एक प्यारा-सा राजकुमार आया है।

सबके चेहरे की खोई मुस्कान लाई है,
मेरे घर में एक प्यारी सी परी आई है।

मेरे घर की उदासियों को मिटाने आई है,
मेरे घर में प्यारी सी मुस्कान लिए बिटिया रानी आई है।

मेरे घर की उदासियों को मिटाने आई है,
मेरे घर में प्यारी सी मुस्कान लिए बिटिया रानी आई है।

आसमां-सा ऊंचा कुछ नहीं,
चांद-सा शीतल कुछ नहीं,
महफिल में स्वागत करते हैं तुम्हारा लेकिन,
दुनिया में नालायक भी तुझसा कोई नहीं।

तेरी दोस्ती मेरा जहान है,
तेरी दोस्ती ही मेरा ईमान है,
कर तो दूं स्वागत में तेरे सब कुछ कुर्बान,
लेकिन मेरा कुछ और ही प्लान है।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

खुशी में साथ दे जाना,
दुख में छोड़ के न जाना,
जब आओ तो खाली हाथ नहीं,
स्वागत में किंगफिशर ले आना।

खुशी में साथ दे जाना,
दुख में छोड़ के न जाना,
जब आओ तो खाली हाथ नहीं,
स्वागत में किंगफिशर ले आना।

चलो फिर एक बार हल्का-सा मुस्कुराते हैं,
अपने गधे जैसे दोस्त के स्वागत में ताली बजाते हैं।

नालायक है लेकिन मेरी जान है,
दोस्त है मेरा वो महफिल की शान है।

तेरे आने पर जो हवा का झोंका आया है,
पता चल गया दोस्त आज भी नहीं नहाया है।

तेरे आने पर जो हवा का झोंका आया है,
पता चल गया दोस्त आज भी नहीं नहाया है।

वो शख्स आ गया, जिसके लिए महफिल को सजाया है,
हाथों में टमाटर अंडे ले लो मेरा दोस्त आया है।

जीवन के मंजिल तक पहुंचाने वाले हर अवसर का स्वागत करें,
मौका मिलते ही विपत्ति को भी अवसर में बदल डालें।

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

जो मुसीबतों का सामना करते हुए लक्ष्य की प्राप्ति तक न रुके,
ऐसे विद्यार्थियों का स्वागत हम बाहें फैलाकर करते हैं।

सपने सच करने के लिए पहले जरूरी है सपनों को देखना और उन सपनों को पूरा करने के लिए स्टूडेंट्स को हर पल नई चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए।

सपने सच करने के लिए पहले जरूरी है सपनों को देखना और उन सपनों को पूरा करने के लिए स्टूडेंट्स को हर पल नई चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए।

बंदिशे भी आज बेअदब सी
फरमाइश करने लगी है
शायद पंख फैला कर ये भी
आप का तहे दिल से
स्वागत करने लगी है

हार को जीत की एक दुआ मिल गई,
तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये श्री मान जी यू लगा,
जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई…

चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,
सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी…

दिल को था आपका बेसबरी से इंतजार,
पलके भी थी आपकी एक झलक को बेकरार,
आपके आने से आयी है कुछ ऐसी बहार,
कि दिल बस मांगे आपके लिये खुशियाँ बेशुमार…

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह,
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा,
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे

आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह,
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा,
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे

सौ चाँद भी आ जाएँ तो महफ़िल में वो बात न रहेगी,
सिर्फ आपके आने से ही महफ़िल की रौनक बढ़ेगी…

सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,
आने वाला हर पल लाये खुशियों की बहार,
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम,
इस आयोजन का आओ हम करें वेलकम…

शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,
वैसे तो…!!
दीवारों पर भी ” Welcome ” लिखा होता हैं…

चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,
ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,
आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,
आज की रात बड़ी देर के बाद आयी…

वो खुद ही नाप लेते हें बुलंदी आसमानों की,
परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की।
महकना और महकाना तो काम है खुशबु का
खुशबु नहीं मोहताज़ होती क़द्रदानों की..

हर गली अच्छी लगी,
हर एक घर अच्छा लगा,
वो जो आया शहर में,
तो शहर भर अच्छा लगा…

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.

हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलायें आते हैं,
क्योकि यहाँ स्वागत में फूल नहीं पलकें बिछाये जाते हैं.

कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी,
दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,
किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई
रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी.

हार को जीत की इक दुआ मिल गई,
तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा,
जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई…

सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,
आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम
इस आयोजन का करें वेलकम

देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो

.

जो दिल का हो ख़ूबसूरत,
ख़ुदा ने ऐसे लोग कम बनाये हैं,
जिन्हें ऐसा बनाया है खुदा ने,
आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं…

फ्रेशेर्स के चेहरे की जो मुस्कान है,
वही तो हमारे महफ़िल की शान है.

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी,
दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,
किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,
रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..

महफिल को खूबसूरत बनाने में
थोड़ी सी हमारी मदद कीजिये,
अंजान बनकर मायूस नहीं बैठना है,
खुलकर मुस्कुराइये और आनंद लीजिये.

पहली मुलाक़ात में थोड़ा डर लगता है,
पर मुस्कुराकर शुरूआत हो तो अपना घर लगता है.

चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,
ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,
आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,
आज की रात बड़ी देर के बाद आयी…

वो खुद ही नाप लेते हें बुलंदी आसमानों की,
परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की।
महकना और महकाना तो काम है खुशबु का
खुशबु नहीं मोहताज़ होती क़द्रदानों की..

उस ने वा’दा किया है आने का
रंग देखो ग़रीब ख़ाने का
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

हुस्न-ओ-इश्क का समा है आज जमाने के बाद,
हर फूल की खुशबू गज़ब है आप के आने के बाद।

ये और बात कि रस्ते भी हो गए रौशन
दिए तो हम ने तिरे वास्ते जलाए थे

मीठी बात और चेहरे पर मुस्कान,
ऐसे लोग ही है हमारी महफ़िल के शान.

यह जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं,
कभी सबा को कभी नामबर को देखते हैं।
वो आये घर में हमारे खुदा की कुदरत है,
कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं।

सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी
तुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी

ठण्ड में जमना और धूप !
में पिघलना चाहता हूँ, इस.जंजाल !!
से दूर मैं घूमने निकलना चाहता हूँ!

देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो

आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.

हार को जीत की एक दुआ मिल गई,
तपन मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये श्री मान जी यू लगा,
जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई…

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

फितरत बन चुकी है
दिल-ए-बेकरार की
अब तो आदत सी हो गई है
आपके इंतजार की

ईश्वर ने भी कीमती रतन
गिनती के ही बनाए हैं
उन रत्नों में सबसे कीमती
आज हमारे बीच में आए हैं

अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती है
अतिथि ही वो फरिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती है

अतिथि सत्कार बिना हर अरदास अधूरी होती है
अतिथि ही वो फरिश्ते हैं जिनके आने से आस पूरी होती है

चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते हैं
पवित्र भाव से खुशी के दीप जलाते हैं
मेरे अतिथि आए हैं आज भगवान बनकर
हमारे भगवान को हृदय से तिलक लगाते हैं

महक उठा ये घर आंगन
जब से आप पधारे हैं
ऐसा एहसास होता है
जन्मों से आप हमारे हैं

काश हाथ में होता तो आसमान देने को मन करता है
सिर झुक झुक कर जाता है इतना मान देने को मन करता है
आपने तो बंजर जमीन में चंदन उगा दिए
आपकी इस अदा पर दिलो जान देने का मन करता है

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

Swagat Shayari in Hindi (स्वागत शायरी इन हिंदी)

हम चाहते हैं किसी तरह से हमारे बीच में ही मेहमान आते रहे। एक दूसरे की खुशियों में जब हम शरीफ होते हैं तो हमारी खुशियां बढ़ जाती हैं । इसी प्रेरणा के साथ हम आपस में एक दूसरे के साथ अच्छे ताल्लुक बनाए और संसार में सद्भावना और आपसी भाईचारा कायम करे

नफरत भरी जिंदगी में कोई अरमान नहीं होता
बिना विश्वास के खुदा से फरमान नहीं होता
गुलदस्तों,पुष्पों से करते हैं आदर अतिथियों का
मगर सच्ची भावनाओं के बिना कभी सम्मान नहीं होता

महफिल से उठना है तो थोड़ा सोच-समझकर उठना
आज हमारे दिल के अजीज आए हुए हैं
देनी है उन्हें कोई सौगात तो दिली तालियों से सम्मान देना
वो बेशकीमती हुनर की दौलत पाए हुए

हार को जीत की एक दुआ मिल गई
तप्त मौसम में एक हवा मिल गई
आप आए श्रीमान जी यूं लगा
जैसे तकलीफ को दवा मिल गई

खूबसूरत सी हवेली का पता तुम सा ही होगा
प्यार की बस्ती का हर एक रास्ता तुम सा ही होगा
फूल की हर एक पंखुड़ी होगी तुम्हारी प्रीत जैसी
प्रीत के मंदिर का हर एक देवता तुम सा ही होगा

खूबसूरत सी हवेली का पता तुम सा ही होगा
प्यार की बस्ती का हर एक रास्ता तुम सा ही होगा
फूल की हर एक पंखुड़ी होगी तुम्हारी प्रीत जैसी
प्रीत के मंदिर का हर एक देवता तुम सा ही होगा

मीठी बातें और चेहरे पर मुस्कान
ऐसे ही अतिथि हैं हमारी महफ़िल की शान

अतिथि देवो भवः
कहती ये भारत की धरा
स्वागत करके आपका
निभा रहे हैं परम्परा

अजीज के इंतज़ार में ही पलके बिछाते हैं,
समारोह की रोनक खास लोग ही बढ़ाते हैं।
वेलकम टू होम!

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